मौसम update: मानसून में आपदा से 1400 करोड़ का नुकसान, इतनी हुई मौतें

उत्तराखंड के सात जिलों में आज तेज बौछारों के एक दो दौर हो सकते हैं। हरिद्वार और उधमसिंह नगर में मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जिले में शनिवार को एक से दो दौर की बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि प्रदेश में मानसून की सक्रियता कुछ काम हो गई है, लेकिन साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव के कारण कहीं-कहीं तीव्र बौछारों का क्रम बना हुआ है।


मानसून में आपदा से प्रदेश को 1400 करोड़ का नुकसान,

प्रदेश में मानसून में हुई आपदा से 1417.51 करोड़ का नुकसान हुआ है। कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हुई और पुल टूट गए। गन्ने की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा ने कहा, आर्थिक सहायता के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

जगह-जगह सड़क और पुल टूटे, गन्ने की फसल बर्बाद

बारिश ने इस बार जमकर कहर बरपाया है। इससे राज्य में गन्ने की फसल को सबसे अधिक 464.49 करोड़ का नुकसान हुआ। जबकि लोक निर्माण विभाग की सड़कें क्षतिग्रस्त होने और जगह-जगह पुल टूटने से 424.73 करोड़ और पीएमजीएसवाई की सड़कों को 132.13 करोड़ का नुकसान हुआ।

हादसों में हुई 101 लोगों की मौत

राज्य आपातकालीन नियंत्रण केंद्र देहरादून के अनुसार राज्य में 15 जून से अब तक आपदा संबंधी घटनाओं में 101 लोगों की मौत हुई है। जबकि 50 लोगों के घायल होने की सूचना है। रुद्रप्रयाग जिले में सबसे अधिक 21 मौतें हुई है। उत्तरकाशी में 13, टिहरी और देहरादून में 10-10 उधम सिंह नगर और पौड़ी में 9-9, नैनीताल में 3, चमोली में 8 और बागेश्वर की 3 मौतें हुई है, जबकि चंपावत में दो लोगों की मौत की सूचना है। वहीं 59 लोगों के आवास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। 512 को काफी नुकसान हुआ है। वहीं भवन 2484 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।