Women Football WC: मोरक्को की डिफेंडर नोहेला बेनजिना हिजाब पहनकर बड़ा टूर्नामेंट खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनीं है । बता दें कि नोहेला बेनजिना महिला फुटबॉल विश्व कप में दक्षिण कोरिया के खिलाफ जब मैदान पर उतरीं तो वह हिजाब पहनकर सीनियर स्तर के वैश्विक टूर्नामेंट में खेलने वाली पहली महिला फुटबॉलर बन गईं। वह ऐसा करने वाले पहली खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सीनियर स्तर पर विश्व कप मैच में हिजाब पहना।
दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया
रविवार को मोरक्को ने यहां महिला विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता में दक्षिण कोरिया की टीम को 1-0 से हराया। इब्तिसाम जरादी ने मोरक्को की तरफ से विश्व कप में पहला गोल किया जो आखिर में उनकी टीम के लिए निर्णायक साबित हुआ। जरादी ने छठे मिनट में ही गोल किया था और टीम ने इसके बाद दक्षिण कोरिया को वापसी करने नहीं दी। इस जीत के साथ मोरक्को ने नॉकआउट में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को कायम रखा है।
पहले मैच में जर्मनी से मिली थी हार
मोरक्को उन आठ टीमों में से एक है जो इस साल महिला वर्ल्ड कप में डेब्यू कर रही है। इस मैच में मोरक्को ने दक्षिण कोरिया को 1-0 से हरा दिया। उसे पहले मैच में जर्मनी से 0-6 से हार मिली थी। अब उसका अगला मैच कोलंबिया से होगा जबकि दक्षिण कोरिया का सामना जर्मनी से होगा।
फीफा ने 2014 में दी थी मंजूरी
बेनजिना मोरक्को की शीर्ष महिला फुटबॉल लीग में एसोसिएशन स्पोर्ट्स ऑफ फोर्सेस आर्म्ड रॉयल की ओर से पेशेवर क्लब के लिए फुटबॉल खेलती हैं। नोहेला ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ, विश्व कप टूर्नामेंट में आगाज करते हुए इस्लामिक हेडस्कार्फ पहना। वह ऐसा करने वाली पहली खिलाड़ी बनी हैं। 25 साल की नोहेला बेनजिना से कई मुस्लिम लड़कियां प्रेरणा लेंगी और इस खेल को अपनाएंगी। बता दें कि फीफा ने धर्म के कारण मैचों में सिर ढककर खेलने के अपने प्रतिबंध को 2014 में हटा दिया था।