डंकी रूट उस अवैध रास्ते को कहते हैं, जिसके जरिए लोग बिना उचित दस्तावेजों के किसी देश में प्रवेश करते हैं। यह रास्ता खासकर अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों में जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हाल ही में, अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को वापस भारत भेजा है, जो डंकी रूट के जरिए अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे। इन लोगों ने अपनी यात्रा के दौरान झेली गई कठिनाइयों और दर्दनाक अनुभवों को साझा किया है।
डंकी रूट क्या है?
डंकी रूट शब्द पंजाबी शब्द ‘डुंकी’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है एक जगह से दूसरी जगह कूदना। यह रास्ता अवैध प्रवासियों को एक देश से दूसरे देश ले जाता है, जहां उनकी पहचान छुपी रहती है। कुछ लोग इसे ‘गधे का रास्ता’ भी कहते हैं, क्योंकि इस रास्ते में लंबी पैदल यात्रा और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। शाहरुख खान की फिल्म ‘डंकी’ भी इसी विषय पर आधारित है।
डंकी रूट का संचालन कैसे होता है?
डंकी रूट के जरिए अमेरिका या यूरोप जाने के लिए लोग लाखों रुपये खर्च करते हैं। यह रास्ता बेहद जोखिम भरा और महंगा है। एजेंटों का एक संगठित नेटवर्क होता है, जो यात्रियों को अलग-अलग देशों से होकर अमेरिका या यूरोप तक पहुंचाता है। यात्रा के दौरान एजेंट यात्रियों का रूट और तरीका बदल देते हैं, जिससे उनके पास एजेंट की बात मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता।
डंकी रूट क्यों खतरनाक है?
डंकी रूट में यात्रियों को जंगल, रेगिस्तान, और समुद्र जैसे खतरनाक रास्तों से गुजरना पड़ता है। इन रास्तों पर सुरक्षा बल नहीं होते, जिससे यात्रियों को अपराधियों और जंगली जानवरों का सामना करना पड़ता है। कई बार यात्रियों को लूटपाट, बलात्कार और यहां तक कि जानलेवा हमलों का भी सामना करना पड़ता है।
अमेरिका से लौटे भारतीयों की कहानियां
अमेरिका से लौटे भारतीयों ने बताया कि उन्हें अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने के लिए लाखों रुपये खर्च करने पड़े। यात्रा के दौरान उन्हें कई देशों की सीमाएं पार करनी पड़ीं और कई बार पैदल चलना पड़ा। अमेरिका पहुंचने के बाद उन्हें अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और कई दिनों तक हिरासत में रखा गया। अंत में, उन्हें वापस भारत भेज दिया गया।
डंकी रूट का नया तरीका
हाल ही में, डंकी रूट का एक नया तरीका सामने आया है। इसमें कनाडा के कॉलेजों के जरिए छात्र वीजा पर अवैध प्रवासियों को अमेरिका भेजा जाता है। इसके लिए 50-60 लाख रुपये तक का भुगतान किया जाता है। यह तरीका पारंपरिक डंकी रूट की तुलना में ज्यादा सुविधाजनक माना जाता है।
अमेरिका में अवैध भारतीय प्रवासी
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, 2022 तक अमेरिका में 700,000 से अधिक भारतीय अवैध रूप से रह रहे थे। यह संख्या मैक्सिको और होंडुरास के बाद सबसे ज्यादा है। अमेरिकी सरकार ने हाल के वर्षों में अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की कड़ी नीति अपनाई है, जिसके तहत हजारों भारतीयों को निर्वासित किया गया है।
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डंकी रूट एक खतरनाक और जोखिम भरा रास्ता है, जिसके जरिए लोग अवैध तरीके से अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में पहुंचने की कोशिश करते हैं। इस रास्ते में यात्रियों को कई कठिनाइयों और खतरों का सामना करना पड़ता है। अमेरिका से लौटे भारतीयों की कहानियां इस बात की गवाह हैं कि डंकी रूट न सिर्फ जानलेवा है, बल्कि इसके परिणाम भी बेहद दर्दनाक हो सकते हैं