नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान माना जाता है। हर साल अक्टूबर महीने में इसका ऐलान किया जाता है। छह दिनों में छह अलग-अलग कैटगरी में पुरस्कारों का ऐलान किया जाता है। मूल रूप से यह पुरस्कार भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में दिया जाता है।
1969 से दिया जा रहा है अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
1968 में इसमें एक और पुरस्कार जोड़ा गया था जो आर्थिक विज्ञान के क्षेत्र में था। यह पुरस्कार आधिकारिक तौर पर नोबेल पुरस्कार नहीं है। क्योंकि अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत में अर्थशास्त्र पुरस्कार का उल्लेख नहीं किया था।लेकिन इसे “अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिजेस रिक्सबैंक पुरस्कार” कहा जाता है। इसकी स्थापना स्वेरिग्स रिक्सबैंक ने 1968 में की और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज को 1969 में शुरू होने वाले आर्थिक विज्ञान में पुरस्कार विजेताओं के चयन का कार्य दिया गया।
कैसे शुरू हुआ नोबेल पुरस्कार?
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 1833 में अल्फ्रेड नोबेल का जन्म हुआ था। अल्फ्रेड नोबेल स्वीडन के एक मशहूर उद्योगपति थे। उन्हें डायनामाइट जैसे विस्फोटक की खोज के लिए जाना जाता है। नोबेल पुरस्कार, अल्फ्रेड नोबेल के नाम और उन्हीं की याद में दिया जाता है। खास बात यह है कि इस पुरस्कार के लिए जो पैसे दिए जाते हैं उनका कनेक्शन भी अल्फ्रेड नोबेल से ही है।
1901 में मिला पहला नोबेल पुरस्कार
1895 में अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत से इस पुरस्कार की स्थापना की गई थी। अल्फ्रेड नोबेल की मौत साल 1896 में हो चुकी थी, लेकिन पहला नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर 1901 को दिया गया था। सबसे पहले यह पुरस्कार विल्हेम रॉन्टगन को एक्स-रे की खोज के लिए मिला था। यह भौतिकी क्षेत्र में पहला पुरस्कार था।
अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल की याद में पुरस्कार
बता दें कि 1833 में यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल की याद में नोबेल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। अल्फ्रेड ने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एक ट्रस्ट को दे दिया था। वो चाहते थे कि इस पैसे के ब्याज से हर साल मानव जाति के कल्याण करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
इतना मिलता है पुरस्कार
पहली बार जब नोबेल पुरस्कार की शुरुआत की गई यानी 1901 में तो यह राशि 150, 782 स्वीडिश क्रोनर यानी लगभग 11 लाख रुपये थी। समय के साथ इस राशि में बढ़ोतरी की गई है और आज नोबेल प्राइज जीतने वाले को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर यानी दस लाख डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। इसके अलावा विजेता को एक गोल्ड मैडल और सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।
कहां से आता है पुरस्कार का पैसा?
पुरस्कार का पैसा अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है। दरअसल अल्फ्रेड नोबेल काफी रईस कारोबारी थे। उन्होंने अपनी मौत से पहले अपनी वसीयत तैयार की थी। वसीयत में ही नोबेल पुरस्कारों की रूपरेखा और उसके लिए पैसों का इंतजाम किया गया था। अल्फ्रेड नोबेल के पैसों को ही स्वीडिश बैंक में जमा किया गया है। नोबेल फाउंडेशन इसे मैनेज करता है। बैंक में रखे इन पैसों से मिलने वाले ब्याज से ही इन पुरस्कारों के लिए दी जाने वाली राशि का इंतजाम हो जाता है।
ये है 2023 के नोबेल पुरस्कार
नरगिस मोहम्मदी को शांति का नोबेल
ईरान में महिलाओं के हक के लिए लड़ने वाली नरगिस मोहम्मदी को इस साल नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया। फिलहाल वे जेल में बंद हैं। नरगिस मोहम्मदी को मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई को लेकर नोबेल दिया गया।
जॉन फॉसे को साहित्य का नोबेल
इस साल साहित्य के क्षेत्र में 2023 का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को दिया गया। उन्हें उनके अभिनव नाटकों और गद्य के लिए इस सम्मान से नवाजा गया, जो अनकही की आवाज बनते हैं। नोबेल साहित्य समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने कहा कि फॉसे का काम उनकी नॉर्वेजियन पृष्ठभूमि की भाषा और प्रकृति में निहित है।
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में इन्हें मिला पुरस्कार
रसायन विज्ञान के क्षेत्र में 2023 का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मौंगी जी. बावेंडी, कोलंबिया विश्वविद्यालय से लुईस ई. ब्रूस और नैनोक्रिस्टल टेक्नोलॉजी में काम करने वाले एलेक्सी आई. एकिमोव को दिया गया। पुरस्कार ‘क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए के लिए दिया गया।
कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को चिकित्सा का नोबेल
इस साल कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को चिकित्सा का नोबेल दिया गया। इन्हें न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए यह सम्मान दिया गया। इस खोज की वजह से कोरोनावायरस यानी सीओवीआईडी-19 के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए टीकों के विकास में मदद मिली।
भौतिकी का नोबेल संयुक्त रूप से इन्हें मिला
इस साल भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्राउसज और एनी एल’हुलियर को दिया गया। इलेक्ट्रॉन्स पर अध्ययन के लिए यह सम्मान दिया गया। अवॉर्ड उन प्रायोगिक तरीकों के लिए दिया गया, जिसमें पदार्थ में इलेक्ट्रॉन की गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न किए गए।
क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र का नोबेल
इस साल हार्वर्ड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को श्रम बाजार में महिलाओं पर उनके शोध के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।