Nayab Saini: कौन हैं नायब सिंह सैनी? जो बने हरियाणा के नए CM, जानें उनका राजनीतिक सफर…

Nayab Singh Saini: मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए सीएम बने। वह ओबीसी वर्ग से ताल्लुकात रखते हैं और वह कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। नायब सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री का खास समझा जाता है।


Haryana Cabinet: मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद अब नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री (Haryana New CM Nayab Singh Saini) बन गए हैं। नायब सिंह सैनी का ओबीसी और अन्य पिछड़ा वर्ग में काफी प्रभाव है, वो कुरुक्षेत्र से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। नायब सैनी को हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है।

राजनीति से पहले वकालत में थी नायब सिंह की रुचि

नायब सिंह का जन्म हरियाणा में अम्बाला के छोटे से गांव मिर्ज़ापुर में 25 जनवरी 1970 को हुआ था। नायब सिंह की मां पंजाबी हैं और पिता हरियाणवी हैं। नायब सिंह की मां का नाम कुलवंत कौर हैं और उनके पिता का नाम तेलु राम सिंह है। अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद नायब सिंह ने बिहार के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। हरियाणा में जन्मे और बिहार से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद वे अपनी आगे की पढ़ाई के लिए उत्तर प्रदेश आए थे। इस दौरान वह वकालत में रुचि रखते थे, इसलिए उन्होंने यूपी के मेरठ जिले में बने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी।

नयाब सिंह सैनी का राजनीतिक करियर

एलएलबी की डिग्री लेने के बाद नायब सिंह ने राजनीति का रुख किया। साल 1996 में नायब सिंह सैनी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बीजेपी संगठन में एंट्री के साथ की थी। साल 2000 तक उन्होंने यहां कामकाज किया। संगठन में वह अलग-अलग पदों पर रहे। साल 2002 में उनको अंबाला में युवा विंग का जिला महासचिव बनाया गया। साल 2005 में वो अंबाला में जिला अध्यक्ष बने। पार्टी के लिए उनके समर्पण भाव को देखते हुए साल 2009 में वो हरियाणा में बीजेपी किसान मोर्चा के राज्य महासचिव बनाए गए। साल 2012 में प्रमोशन के बाद नायब सिंह सैनी को अंबाला बीजेपी जिला अध्यक्ष बनाया गया, इस दौरान उन्होंने अलग-अलग पदों पर सेवाएं दीं।

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साल 2014 में पहली बार बने विधायक

नायब सिंह सैनी का राजनीतिक करियर तब और चमक उठा, जब वह साल 2014 में पहली बार जिला अंबाला की नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने। बीजेपी ने उनको टिकट दिया और वह पार्टी के विश्वास पर खड़े भी उतरे। साल 2016 में उनको हरियाणा सरकार में श्रम-रोजगार मंत्री बनाया गया। वह खान और भू-विज्ञान मंत्री और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रहे। 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में नायब सैनी को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे, वहीं निर्मल सिंह को सिर्फ 3 लाख 84 हजार 591 वोट हासिल हुए थे।

खट्टर के करीबी हैं नायब सिंह सैनी

नायब सैनी को पूर्व सीएम मनोहर लाल का भी विश्वासपात्र माना जाता है। संगठन में भी सैनी की पकड़ मानी जाती है। जब सैनी 2019 में सांसद बने तो बीजेपी ने ना सिर्फ हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, बल्कि पार्टी उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से विपक्ष के प्रत्याशियों को पटखनी दी थी।

नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए सीएम बने

हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी हरियाणा BJP के प्रदेशाध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से BJP के सांसद हैं। वह संसद में श्रम की स्थायी समिति के सदस्य भी हैं। बता दें कि नायब सिंह सैनी (53 साल) 2014 में मुख्य धारा की राजनीति में आए थे और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 9 साल के दरम्यान पहले विधायक बने, फिर राज्य सरकार में मंत्री, उसके बाद लोकसभा सांसद और अक्टूबर 2023 में हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए और 5 महीने बाद ही नायब को सीएम के रूप में सबसे बड़ी जिम्मेदारी मिल गई है।

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