क्या पाकिस्तान इजरायल पर एटम बम दागेगा? | Pakistan-Saudi Deal से मचा भूचाल

नई दिल्ली: पाकिस्तान-सऊदी अरब की डिफेंस डील ने पूरे अरब जगत और पश्चिमी देशों में हलचल मचा दी है। दावा है कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु बमों पर सऊदी अरब को हिस्सेदारी दे दी है। अब पाकिस्तान के भीतर यह बहस तेज़ हो गई है कि कहीं इस डील से इजरायल सीधे पाकिस्तान के निशाने पर तो नहीं आ जाएगा।

पाकिस्तान-सऊदी अरब डिफेंस डील पर उठे सवाल

इजरायल की ताक़त का अंदाज़ा दुनिया जानती है। नेतन्याहू खुलेआम कहते हैं कि अगर कोई इजरायल को टेढ़ी नज़र से देखेगा तो उसका “ईंट से ईंट” बजा देंगे। ऐसे में पाकिस्तानी मीडिया और जनता पूछ रही है कि क्या आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ ने अरब डॉलर की डील के चक्कर में पाकिस्तान का परमाणु बम शेखों के हवाले कर दिया?

इजरायल बनाम पाकिस्तान – क्या एटम बम चलेगा?

इजरायल वो मुल्क है जिसे अमेरिका जैसे ताक़तवर देश भी नहीं रोक पाए। गाज़ा पर लगातार हमले इसकी गवाही दे रहे हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या 170 एटम बमों वाला पाकिस्तान इजरायल को रोक पाएगा? पाकिस्तानी पत्रकार तक कह रहे हैं कि सऊदी से डील करके पाकिस्तान खुद इजरायल के निशाने पर आ गया है।

एटम बम किसलिए होते हैं?

पाकिस्तानी विश्लेषक मानते हैं कि एटम बम हमला करने के लिए नहीं बल्कि सुरक्षा के लिए होते हैं। पाकिस्तान ने इंडिया पर भी एटम बम नहीं चलाया, सिर्फ़ डर दिखाकर जंग रोक दी। मगर अब सऊदी की सुरक्षा के नाम पर पाकिस्तान अपने एटमी हथियारों का इस्तेमाल करेगा या नहीं, यह सबसे बड़ा सवाल है।

अमेरिका और ट्रंप की भूमिका

कहा जा रहा है कि इस डील के पीछे अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का हाथ है। मक़सद साफ़ है—सऊदी और पाकिस्तान को इजरायल को मान्यता देने के लिए तैयार करना। अगर सऊदी ने इजरायल को मान्यता दी तो पाकिस्तान भी मजबूरी में हामी भर सकता है।


📌 डिस्क्लेमर

यह रिपोर्ट पाकिस्तान के टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर आधारित है। इसका मकसद केवल यह बताना है कि पाकिस्तान के भीतर इस मुद्दे को लेकर कैसी बहस चल रही है।