Chardham Yatra: शीतकाल काल के लिए बंद हुए यमुनोत्री धाम के कपाट

विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री मंदिर के कपाट रविवार को भाईदूज के पर्व पर धार्मिक परंपरानुसार शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे।

यमुनोत्री धाम में आज तड़के से ही विशेष पूजा-अभिषेक का क्रम जारी रहा और अभिजीत मुहूर्त में अपराह्न 12 बजकर 05 मिनट पर मंदिर के कपाट बंद कर यमुना जी की भोग मूर्ति को डोली में बिठाकर भाई शनिदेव समेश्वर महाराज की अगुवाई में खरसाली गांव के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु कपाटबंदी और डोली यात्रा का साक्षी बनने के लिए यमुनोत्री धाम पहुंचे थे। ।

यमुना जी की भोग मूर्ति शीतकाल के लिए खरसाली गांव स्थित यमुना मंदिर में विराजमान रहेंगी। श्रद्धालु यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने तक खरसाली स्थित मंदिर में यमुना जी के दर्शन-पूजन कर सकेंगे।

Chardham Yatra: अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट

बता दें कि गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को बंद हो गए थे। जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट आज 3 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हुए।