देश को मिले 456 नए सिपाही: आईएमए देहरादून की पासिंग आउट परेड में गूंजा देशभक्ति का नारा

IMA POP 2024:

नेपाल के सेना प्रमुख रहे मुख्य अतिथि, परेड में दिखा शौर्य

देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को एक ऐतिहासिक दिन रहा यहां आयोजित पासिंग आउट परेड में 456 जेंटलमैन कैडेट्स ने भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में शामिल होने का शपथ लिया। इस शानदार समारोह में नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

परेड के दौरान कैडेट्स ने उच्च स्तर का अनुशासन और कौशल प्रदर्शित किया। उन्होंने मार्च पास्ट, सलामी और अन्य सैन्य अभ्यास करते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर कैडेट्स के माता-पिता और रिश्तेदार भी मौजूद थे जिन्होंने अपने बच्चों को इस महत्वपूर्ण पल में देखा।

आईएमए के कमांडेंट ने अपने भाषण में कैडेट्स को बधाई दी और उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ये युवा अधिकारी भारतीय सेना की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।

नेपाल के सेना प्रमुख ने भी अपने संबोधन में कैडेट्स को बधाई दी और भारत-नेपाल के मजबूत संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के साथ मिलकर क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए काम करती रहेंगी।

परेड के अन्य मुख्य बिंदु:

* विदेशी कैडेट्स: इस बार परेड में 35 विदेशी कैडेट्स भी शामिल थे।

* ऐतिहासिक परंपराएं: परेड के दौरान आईएमए की ऐतिहासिक परंपराओं का पालन किया गया।

* शौर्य प्रदर्शन: कैडेट्स ने शौर्य और बलिदान का प्रदर्शन करते हुए देश सेवा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।

आईएमए के बारे में:

भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) भारत की सबसे प्रतिष्ठित सैन्य अकादमियों में से एक है। इसकी स्थापना 1932 में हुई थी। यहां भारतीय सेना के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाता है। आईएमए ने कई प्रतिष्ठित अधिकारियों को देश को दिया है जिन्होंने देश सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

 

इसके साथ ही शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 66 हजार 119 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया। इनमें मित्र देशों को मिले 2988 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

परेड में विजेताओं का सम्मान

  • स्वर्ण पदक: प्रथम सिंह
  • रजत पदक और स्वॉर्ड ऑफ ऑनर: जतिन कुमार
  • कांस्य पदक: मयंक ध्यानी
  • बांग्लादेश पदक: प्रवीन कुमार