जनाक्रोश रैली: हल और फावड़ा लेकर सड़कों पर उतरे पुश्तैनी लोग

यदि समय से सरकार ने जोशीमठ के मूल निवासियों की सुध नहीं ली तो संपूर्ण जोशीमठ के मूल निवासी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। 

रिपोर्ट -सोनू उनियाल


जोशीमठ के मूल व पुश्तैनी लोग हाथों में हल फावड़ा लेकर पौराणिक वाद्य यंत्र ढोल दमों के साथ सड़कों पर उतरे और सरकार व एनटीपीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की रविवार को जोशीमठ के इंटर कॉलेज तिराहे से मारवाड़ी चौक तक मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के बैनर तले निकली इस जनाक्रोश रैली में जोशीमठ के मूल और पुश्तैनी लोग शामिल हुए।

दरअसल जोशीमठ में वर्ष भर पहले भू धसाव हुआ था इससे जोशीमठ का अधिकांश हिस्सा प्रभावित है। तमाम वैज्ञानिकी सर्वेक्षणों के बाद शासन स्तर से जोशीमठ के लगभग 1200 भवन खाली करवाने का आदेश हुआ है।

और लोगों को विस्थापित किया जाना है। ऐसे में जोशीमठ के मूल और पुश्तैनी लोग शहर छोड़ने को तैयार नहीं है।

मूल निवासियों का कहना है की जोशीमठ से इतर उनका कोई ठिकाना नहीं है। इसलिए वह जोशीमठ नहीं छोड़ना चाहते हैं। मूल निवासियों का यह भी कहना है कि जोशीमठ के मरघट, पनघट, जल, जंगल, जमीन पर उनका मूल अधिकार है। वह अपने मूल अधिकारों, पुश्तैनी जमीनों को छोड़कर कहीं अन्यत्र नहीं बस सकते।

मूल निवासी स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि सरकार जोशीमठ के लिए ट्रीटमेंट की योजना लेकर आए और यहां के मूल निवासियों की अन्यत्र जो जमीन सुरक्षित हैं उन्हें वहां विस्थापित कर दिया जाए, साथ ही क्षतिग्रस्त हुई जमीनों का भुगतान शीघ्र किया जाए।

ये भी पढ़ें:National Creators Awards: चमोली के पीयूष पुरोहित को पीएम मोदी ने किया सम्मानित

वहीं स्थानीय लोगो का कहना है कि अगर उनकी मांगो को नहीं माना जाता है तो आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की रणनीति बनाई जाएगी।