चीन में फैले एचएमपीवी संक्रमण ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भारत में तेजी से फैल रहा है। जिसके बाद उत्तराखंड में भी अलर्ट हो गया है। उत्तराखंड के स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। हालांकि, उत्तराखंड में अभी तक एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है।
प्रभारी स्वास्थ्य महानिदेशक डाॅ. सुनीता टम्टा ने सभी जिलों के डीएम व सीएमओ को सभी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा व निमोनिया रोगियों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था करने को कहा है।
इसके अलावा सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयों के साथ चिकित्सा उपकरण, डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। चिकित्सालय और समुदाय स्तर पर इन्फ्लूएंजा व सर्दी खांसी, बुखार, निमोनिया से पीड़ित मरीजों को सघन निगरानी की जाएगी।
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आम लोगों के लिए जरूरी सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में तैयारियों और व्यवस्थाओं के दिशा निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही आम लोगों के लिए भी जरूरी गाइडलाइंस जारी की है।
HMPV से बचाव के लिए क्या करें
- बच्चों व बुजुर्गों के साथ अन्य किसी अन्य गंभीर रोग से ग्रसित मरीज विशेष सावधानी बरतें।
- छींकते व खांसते समय नाक व मुंह को ढकने के लिए रुमाल और टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- साबुन से हाथों को धोएं।
- सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण होने पर डॉक्टरों से परामर्श लें।
- वायरस के लक्षण पाए जाने पर दूसरे लोगों से दूरी बनाएं।
क्या ना करें
- बार-बार आंख, नाक व मुंह को छूने से बचें।
- हाथ मिलाने से परहेज करें।
- सावर्जनिक जगहों पर ना थूकें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवाई ना खाएं।
- लक्षण ग्रसित लोगों के संपर्क में आने से बचें।
- इस्तेमाल किए गए रूमाल या टिश्यू का बार-बार इस्तेमाल ना करें।