आलिया-कृति ने जीता करियर का पहला बेस्ट एक्ट्रेस के लिए नेशनल अवॉर्ड

69th National Film Awards: देश के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा हो चुकी है। जिसमें मुख्य रूप से 2021 में रिलीज हुई फिल्मों को शामिल किया गया है। 24 अगस्त को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं का ऐलान किया गया। बता दें कि साल 2021 में पुरस्कारों के लिए 28 भाषाओं की 280 फिल्मों की एंट्री आईं। इनमें फीचर फिल्म में 31, गैर-फीचर में 24 और सिनेमा की स्क्रिप्ट राइटिंग में 3 कैटगरी हैं। सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘ रॉकेट्री-  द नांबी इफेक्ट को प्रदान किया गया। द कश्मीर फाइल्स ने राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार जीता।  इस साल बेस्ट एक्टर का खिताब फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ के लिए साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को मिला है।  वहीं इस साल बेस्ट एक्ट्रेस के लिए एक नहीं बल्कि दो-दो अदाकाराओं ने अवॉर्ड जीता। आलिया भट्ट और कृति सेनन ने करियर का पहला बेस्ट एक्ट्रेस के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता।  आलिया ने ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के लिए और कृति ने ‘मिमी’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब अपने नाम किया।

69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023 विजेताओं की सूची

  • सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म- रॉकेट्री।
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक- निखिल महाजन, गोदावरी।
  • संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म- आरआरआर।
  • राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार- द कश्मीर फाइल्स।
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता- अल्लू अर्जुन (पुष्पा)।
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री- आलिया भट्ट (गंगूबाई काठियावाड़ी) और कृति सेनन (मिमी)।
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता- पंकज त्रिपाठी (मिमी)।
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री- पल्लवी जोशी (द कश्मीर फाइल्स)।
  • सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार- भाविन रबारी (छैलो शो)।
  • सर्वश्रेष्ठ पटकथा (मूल)- शाही कबीर (नयट्टू)।
  • सर्वश्रेष्ठ पटकथा (रूपांतरित)- संजय लीला भंसाली और उत्कर्षिनी वशिष्ठ (गंगूबाई काठियावाड़ी)।
  • सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखिका- उत्कर्षिनी वशिष्ठ और प्रकाश कपाड़िया (गंगूबाई काठियावाड़ी)।
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक (गीत)- देवी श्री प्रसाद (पुष्पा)।
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन (पृष्ठभूमि संगीत)- एमएम कीरावनी (आरआरआर)।
  • सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक- काला भैरव (आरआरआर)।
  • सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका- श्रेया घोषाल (इराविन निज़ल)।
  • बेस्ट लिरिक्स- चंद्रबोस (कोंडा पोलम का धम धम धम)।
  • सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म- सरदार उधम।
  • सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म -777 चार्ली।
  • सर्वश्रेष्ठ मलयालम फ़िल्म- होम।
  • सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म- छेल्लो शो।
  • सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म- कदैसी विवासयी।
  • सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म- उप्पेना।
  • सर्वश्रेष्ठ मैथिली फिल्म- समानान्तर।
  • सर्वश्रेष्ठ मिशिंग फिल्म- बूम्बा राइड।
  • सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म- एकदा काय जाला।
  • सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म- कल्कोक्खो।
  • सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म- अनुर।
  • सर्वश्रेष्ठ मेइतिलोन फिल्म- इखोइगी यम।
  • सर्वश्रेष्ठ उड़िया फिल्म- प्रतीक्षा।
  • निर्देशक मेप्पडियन, विष्णु मोहन की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार।
  • सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म- अनुनाद – द रेज़ोनेंस।
  • पर्यावरण संरक्षण/संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म- आवासव्यूहम्।
  • सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म- गांधी एंड कंपनी।
  • सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी (लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट)- अरुण असोक और सोनू केपी (चविट्टू)।
  • सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी (साउंड डिजाइनर)- अनीश बसु, झिल्ली।
  • सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी (अंतिम मिश्रित ट्रैक के री-रिकॉर्डिस्ट)- सिनॉय जोसेफ, सरदार उधम।
  • सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी- प्रेम रक्षित (आरआरआर)।
  • सर्वश्रेष्ठ छायांकन- अविक मुखोपाध्याय (सरदार उधम)।
  • सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर- वीरा कपूर ई (सरदार उधम)।
  • सर्वश्रेष्ठ विशेष प्रभाव- श्रीनिवास मोहन (आरआरआर)।
  • सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिज़ाइन- दिमित्री मलिक और मानसी ध्रुव मेहता (सरदार उधम)।
  • सर्वश्रेष्ठ संपादन- संजय लीला भंसाली (गंगूबाई काठियावाड़ी)।
  • बेस्ट मेकअप- प्रीतिशील सिंह (गंगूबाई काठियावाड़ी)।
  • सर्वश्रेष्ठ स्टंट कोरियोग्राफी- किंग सोलोमन (आरआरआर)।
  • विशेष जूरी पुरस्कार- शेरशाह, विष्णुवर्धन।
  • विशेष उल्लेख स्वर्गीय श्री नल्लांदी, कदैसी विवासयी 2. अरण्य गुप्ता और बिथन विश्वास, झिल्ली 3. इंद्रांस, होम 4. जहांआरा बेगम, अनुर।
  • सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म- एक था गांव।
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशन (गैर-फीचर फिल्म)- बकुल मटियानी (स्माइल प्लीज़)।
  • निर्देशक पांचिका, अंकित कोठारी की सर्वश्रेष्ठ पहली गैर-फीचर फिल्म।
  • सर्वश्रेष्ठ मानवशास्त्रीय फिल्म- फायर ऑन एज।
  • सर्वश्रेष्ठ जीवनी फिल्म- रुखु मतिर दुखु माझी और बियॉन्ड ब्लास्ट।
  • सर्वश्रेष्ठ कला फ़िल्में- टी.एन. कृष्णन बो स्ट्रिंग्स टू डिवाइन।
  • सर्वश्रेष्ठ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी फ़िल्में- एथोस ऑफ़ डार्कनेस।
  • सर्वश्रेष्ठ प्रचारात्मक फिल्म- लुप्तप्राय विरासत ‘वर्ली आर्ट’।
  • सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण फिल्म (गैर-फीचर फिल्म)- मुन्नम वलावु
  • सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म (गैर-फीचर फिल्म)- मिठू दी और थ्री टू वन।
  • चालान की तलाश में सर्वश्रेष्ठ खोजी फिल्म।
  • बेस्ट एक्सप्लोरेशन फिल्म- आयुष्मान।
  • सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक फिल्म- सिरपिगलिन सिरपंगल।
  • सर्वश्रेष्ठ लघु फिक्शन फिल्म- दाल भात।
  • सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म- कंदित्तुंडु।
  • पारिवारिक मूल्यों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म- चांद सांसें।
  • सर्वश्रेष्ठ छायांकन (गैर-फीचर फिल्म)- बिट्टू रावत, पाताल।
  • सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी (अंतिम मिश्रित ट्रैक का री-रिकॉर्डिस्ट) (गैर-फीचर फिल्म) – उन्नी कृष्णन (एक था गांव)।
  • सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन साउंड रिकॉर्डिस्ट (लोकेशन/सिंक साउंड) (गैर-फीचर फिल्म)- सुरुचि शर्मा, मीन राग।
  • सर्वश्रेष्ठ संपादन (गैर-फीचर फिल्म)- अभरो बनर्जी, इफ मेमोरी सर्व्स मी राइट।
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन (गैर-फीचर फिल्म)- ईशान दिवेचा, सफल।
  • सर्वश्रेष्ठ नैरेशन/वॉयस ओवर (गैर-फीचर फिल्म)- कुलदा कुमार भट्टाचार्जी, हाथीबंधु।
  • विशेष उल्लेख (गैर-फीचर फिल्म)- अनिरुद्ध जटकर, बाले बंगारा, 2. श्रीकांत देवा, करुवराई, 3. स्वेता कुमार दास, द हीलिंग टच, 4. राम कमल मुखर्जी, एक दुआ।
  • विशेष जूरी पुरस्कार (गैर-फीचर फिल्म)- शेखर बापू रणखाम्बे, रेखा।
  • लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा सिनेमा संगीत पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक: द इनक्रेडिबली मेलोडियस जर्नी, राजीव विजयकर द्वारा।
  • सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक- पुरूषोत्तम चार्युलु।
  • सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक (विशेष उल्लेख)- सुब्रमण्य बंडूर।