भारतीय वृक्ष न्यास (Tree Trust of India) की ओर से वृक्ष संरक्षण के लिए चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी के जन्मशताब्दी वर्ष (Chipko Jan Chetna Yatra ) के तहत चमोली जिले के रैणी गांव से चिपको चेतना यात्रा शुरू हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने वर्चुअली यात्रा की शुरुआत की है।
मंगलवार को चिपको चेतना यात्रा का लंगासू पहुंचने पर स्वागत किया गया। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के मीडिया प्रभारी और भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने कहा कि चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी के जनशताब्दी वर्ष के तहत चिपको चेतना यात्रा आयोजित की जा रही है।
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इससे पहले सोमवार को यात्रा रैणी गांव, तपोवन, ज्योतिर्मठ से होते हुए गोपेश्वर पहुंची थी। गोपेश्वर में जागरूकता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। यात्रा के जिला संयोजक पेड़ वाले गुरुजी धन सिंह घरिया ने बताया कि यात्रा विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए 30 मार्च को ऋषिकेश में संपन्न होगी। कहा कि गौरा देवी की शताब्दी व चिपको आंदोलन के 52 वर्ष पूर्ण होने को वृक्ष सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। यात्रा में पर्यावरण से जुड़े कई लोग शामिल हो रहे हैं।
भारतीय वृक्ष न्यास की ये है मांग
भारतीय वृक्ष न्यास की ओर से गौरा देवी को भारत रत्न देने, रैणी गांव में गौरा देवी शोध संस्थान की स्थापना करने, जिस पर्वत पर चिपको आंदोलन चला उसे गौरा देवी के नाम से रखने तथा गौरा देवी के जन्म शताब्दि वर्ष 2025 को वृक्ष सुरक्षा वर्ष के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा गया।