रूद्रप्रयाग। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ती रावत भारद्वाज ने केदारनाथ उपचुनाव के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन स्वरोजगार से युवा, महिला और किसान सशक्तिकरण पर जोर दिया ।
दीप्ती रावत ने केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने जनसंपर्क अभियान को तेजी से आगे बढ़ते हुए अग्सत्यमुनि के गबनी, सौडि और भीरी, चंद्रापुरी के साथ ही गुप्तकाशी के जाखधार, जामु, रवि गाँव और फाटा सहित विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। दीप्ती ने भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार की अनेकों लाभकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए, आगामी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को भारी मतों से विजय बनाने का आह्वान किया।
अपनी यात्राओं के दौरान, दीप्ती ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में स्वरोजगार से उत्तराखंड में आ रहे व्यापक परिवर्तनों पर बात की । सड़कों के विस्तार से लेकर नए पर्यटन नीतियों से क्षेत्र को हुए लाभों को उन्होंने इस जनसंपर्क अभियान में रेखांकित किया। साथ ही सभी क्षेत्रवासियों से अपनी मातृभाषा को बढ़ावा देने का भी आवाहन किया।
दीप्ती रावत के कार्यक्रम में कई महिला समूहों और स्व-सहायता समूहों की मातृशक्ति उपस्थित थी। उन्होंने इन सभाओं को उत्साही ढंग से संबोधित किया, जिसमें महिला सशक्तिकरण और उत्तराखंड के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से उनके कल्याण को सुनिश्चित करने की बीजेपी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
साथ ही दीप्ती ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी-नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शुरू की गई कई प्रमुख पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाई। इन योजनाओं में लखपति दीदी योजना,वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना आदि वित्तीय सहायता कार्यक्रम, आर्थिक विकास पहल और शैक्षिक आउटरीच प्रयास शामिल हैं, जो उत्तराखंड की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। उन्होंने महिलाओं को इन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने और व्यक्तिगत और सामुदायिक विकास के लिए प्रदान किए गए अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
अपने संवादों के माध्यम से, दीप्ती रावत ने स्थानीय महिलाओं से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए मातृशक्ति को जागरूक करने का प्रयास किया, उनकी परिवर्तनकारी क्षमता पर चर्चा की और राज्य के विकास में योगदान देने की दिशा में उनका सहयोग मांगा । उनके दौरे को व्यापक सराहना मिली है, जिससे कई महिलाओं को अपने समुदायों के राजनीतिक और सामाजिक ताने-बाने में संलग्न होने के लिए प्रेरणा मिली है।