उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुक्रवार को सफल समापन हो गया है। हल्द्वानी के गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में राष्ट्रीय खेलों का समापन कार्यक्रम हुआ। जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इसके साथ ही केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, मेघालय के मुख्यमंत्री कोंगकल संगमा, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल मंत्री रेखा आर्य समेत कई दिग्गज मौजूद रहे।
समापन समारोह के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। 38वें राष्ट्रीय खेलों में नंबर वन पर स्पोर्ट्स सर्विस कंट्रोल बोर्ड (SSCB) रहा, जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और सेकंड रनरअप हरियाणा रहा।
मेघालय को मिली 39वें नेशनल गेम्स की मेजबानी
भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने उत्तराखंड में हुए 38वें नेशनल गेम्स की समापन की घोषणा की। जिसके बाद राष्ट्रीय खेलों का ध्वज उतारकर 39वें राष्ट्रीय खेल के लिए मेघायल के सीएम कोनराड संगमा को सौंपा गया।समापन समारोह को यादगार बनाने के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। कार्यक्रम में सुखविंदर,कुमाऊंनी अभिनेत्री श्वेता महारा और दिगारी ग्रुप ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इस दौरान स्टेडियम खचाखच भीड़ से भरा रहा।
38 वें राष्ट्रीय खेल के समापन के मौके पर पीटी उषा ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि मैं उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इन शानदार खेल आयोजन के लिए आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने कहा कि ये हम सबके लिए गर्व के क्षण हैं। इन राष्ट्रीय खेलों में देश भर ने आए खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और इसका श्रेय उत्तराखंड सरकार को जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने खेलों का बेहतर आयोजन किया है और इसकी सराहना पूरे देश में की जा रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बधाई के पात्र हैं।
बता दें कि उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी तक 38वें नेशनल गेम्स का आयोजन किया गया। उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में 38 टीमों के करीब 10 हजार खिलाड़ियों और अधिकारियों ने भाग लिया है।
मेडल जीतने में पहले नंबर पर रहा सर्विसेज
पारंपरिक पावरहाउस सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड पिछले छह खेलों में कुल 121 पदक (68 स्वर्ण, 26 रजत, 27 कांस्य) के साथ पांचवीं बार मेडल टैली में टॉप पर रहा। महाराष्ट्र ने 198 (54 स्वर्ण, 71 रजत, 73 कांस्य) के साथ सर्विसेज से अधिक पदक जीते लेकिन कम स्वर्ण गणना के कारण वह दूसरे स्थान पर रहा। यहां तक कि हरियाणा को 153 (48 स्वर्ण, 47 रजत, 58 कांस्य) के साथ सर्विसेज से अधिक पदक मिले, लेकिन उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। मेजबान उत्तराखंड 24 स्वर्ण, 35 रजत और 44 कांस्य सहित कुल 103 पदकों के साथ सातवें स्थान पर रहा।