Amit Shah के बचपन का नाम ‘पूनम’ कैसे पड़ा? PM मोदी से 25 साल की केमिस्ट्री का खुलासा, जवाब है दिलचस्प

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने हाल ही में एक कार्यक्रम में अपने बचपन और निजी जिंदगी से जुड़े कई रोचक खुलासे किए। न्यूज 18 के एक इवेंट में उन्होंने बताया कि बचपन में उनका नाम ‘पूनम’ था। यह सवाल भले ही अटपटा लगे, लेकिन जवाब बड़ा दिलचस्प है।

Amit Shah के बचपन का नाम ‘पूनम’ कैसे पड़ा? 

शाह के मुताबिक, उनकी आंटी ने यह नाम रखा था क्योंकि उनका जन्म शरद पूर्णिमा के दिन हुआ था। गुजराती में शरद पूर्णिमा को ‘शरद पूनम’ कहते हैं, और गांवों में बच्चों के ऐसे दुलार के नाम रखने की परंपरा आम थी।

अमित शाह ने अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में भी खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि जब वह 11 साल के थे, तो उनका परिवार उन्हें अमेरिका भेजना चाहता था। लेकिन शाह ने साफ इनकार कर दिया और कहा, “मैं कहीं नहीं जाऊंगा। मैं भारत नहीं छोड़ूंगा। यहीं लड़ूंगा और रहूंगा।” उनकी यह देशभक्ति और दृढ़ता उनकी सख्त छवि को और मजबूत करती है।

पीएम मोदी के साथ 25 साल की साझेदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने रिश्ते पर बात करते हुए शाह ने कहा कि दोनों के बीच गहरी केमिस्ट्री और भरोसा है। उन्होंने कहा, “हम एक-दूसरे के लिए योगदान करते हैं। वह लक्ष्य तय करते हैं, और मैं उसे हासिल करने की कोशिश करता हूं।” शाह के मुताबिक, 25 साल तक बीजेपी संगठन में साथ काम करने के कारण दोनों एक-दूसरे के स्वभाव और विचारों को अच्छी तरह समझते हैं। गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान शाह उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में शाह की रणनीति ने बीजेपी को यूपी समेत पूरे देश में ऐतिहासिक जीत दिलाई। 2019 में दोबारा पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद बतौर गृह मंत्री शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और सीएए जैसे बड़े फैसलों में अहम भूमिका निभाई।

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शाह ने कहा, “हमारी विचारधारा एक है। वह देश और संविधान के बारे में सोचते हैं, और मैं भी। इसलिए हमारे बीच मतभेद का सवाल ही नहीं उठता।”

8,000 किताबों का शौकीन

अमित शाह ने अपनी निजी रुचियों का भी जिक्र किया। उन्हें शास्त्रीय संगीत सुनना और किताबें पढ़ना पसंद है। उन्होंने बताया कि उनके पास 8,000 किताबों का संग्रह है, जिन्हें वह अभी तक पूरी तरह पढ़ नहीं पाए हैं। शाह ने कहा, “अगर फुर्सत मिले, तो मैं किताबें पढ़ना और म्यूजिक सुनना पसंद करूंगा।”