Joshimath: टेक्निकल सर्वे जारी, 80 मीटर गहराई तक भी नहीं मिली हार्ड रॉक

Joshimath Landslide: लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान ने बताया कि 80 मीटर तक खुदाई की जा चुकी है, लेकिन अभी तक हार्ड रॉक नहीं मिली है। 


जोशीमठ शहर में भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों में भार क्षमता का पता लगाने के लिए लोनिवि की ओर से नीदरलैंड की फुगरो कंपनी से जियो टेक्निकल ड्रिलिंग सर्वे कराया जा रहा है। सुनील वार्ड से औली रोड पर ड्रिलिंग सर्वे पूरा कर दिया है। 80 मीटर गहराई तक ड्रिलिंग के बाद भी यहां हार्ड रॉक नहीं मिली है। अब टीम के द्वारा मनोहर बाग वार्ड पर दूसरी ड्रिलिंग शुरू की जाएगी।

80 मीटर गहराई तक ड्रिलिंग, नहीं मिली हार्ड रॉक

कंपनी की ओर से 13 नवंबर से टेक्निकल सर्वे शुरू किया गया था। सुनील वार्ड के अलावा सिंहधार वार्ड, मनोहरबाग वार्ड, मारवाड़ी सहित छह स्थानों पर ड्रिलिंग की जानी है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान ने बताया कि 80 मीटर तक खुदाई की जा चुकी है, लेकिन अभी तक हार्ड रॉक नहीं मिली है।

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जोशीमठ पुनर्निर्माण के लिए 1658 करोड़

केंद्र सरकार ने भू धंसाव से ग्रस्त जोशीमठ के पुनर्निर्माण के लिए 1658.17 करोड़ की योजना को हरी झंडी दिखा दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने रिकवरी एंड रिकंस्ट्रक्शन योजना को मंजूरी दी।