Chardham yatra 2025: चारधाम यात्रा निरीक्षण के क्रम में बद्रीनाथ से आने के बाद सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, सिंचाई और चारधाम यात्रा में बद्रीनाथ के नोडल अधिकारी आर राजेश कुमार ने चमोली जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए 20 करोड़ 72 लाख की लागत से निर्माण किए जा रहे क्रिटिकल केयर सेंटर का निरीक्षण किया और यह भी देखा कि तय मानकों के अनुरूप क्रिटिकल केयर सेंटर का निर्माण कार्य किया जा रहा है या नहीं, साथ ही उन्होंने कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
इसके बाद सचिव ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और जिला अस्पताल में कितने मेडिकल स्टाफ हैं इसकी भी जानकारी ली।सरकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को मिल रहा है या नहीं यह भी जानकारी ली और मेडिकल स्टाफ को निर्देशित करते हुए कहा कि वे बीमार लोगों की सेवा भाव से मदद करें।
सचिव ने CT स्कैन और MRI के बारे में पूछताछ की ऐसे में चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि एक दिन में लगभग 60 CT स्कैन हमारे यहां किए जाते हैं और आवश्यकता पड़ने पर रात में भी CT स्कैन की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।
सचिव ने पूछा कि आयुष्मान योजना के तहत कितने कार्ड जनवरी 2025 से जारी किए गए है साथ ही 70 वर्ष से ऊपर की उम्र के कितने लोगों ने आयुष्मान योजना का लाभ उठाया,इस पर आयुष्मान रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि जनवरी 2025 से अब तक लगभग 1200 लोगों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया गया है ।
इसी क्रम में सचिव ने पैथोलॉजी का निरीक्षण किया, जिसमें पता चला कि एक दिन मे लगभग 40 टेस्ट हो पाते है कुछ टेस्ट की मशीनें और तकनीकी की भी कमी देखी गई जैसे थायराइड जांच नहीं हो पाती , स्टाफ की कमी है, इस पर सचिव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अस्पताल मे कैपेसिटी बढ़ाने के निर्देश दिए। इसी क्रम में आम जनता और जन जनप्रतिनिधियों के एक दल ने अस्पताल में हड्डी के डॉक्टर न होने का ज्ञापन भी सचिव को दिया इस पर सचिव ने आश्वासन दिया कि जल्द ही हड्डी का डॉक्टर अस्पताल को मिलेगा साथ ही कर्णप्रयाग में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ को सप्ताह में तीन दिन जिला अस्पताल में अपनी सेवा देने के लिए निर्देशित किया गया है।
डॉ. आर. राजेश कुमार ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की
वहीं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के सचिव एवं बद्रीनाथ धाम के नोडल अधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार चमोली में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में उन्होंने कमेड़ा से बद्रीनाथ तक सड़क, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का स्थलीय निरीक्षण किया है। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे 25 अप्रैल तक अपनी समस्त तैयारियाँ पूर्ण करें।
डॉ. राजेश कुमार ने विशेष रूप से नंदप्रयाग, कमेड़ा और पागलनाला में आगामी 15 से 20 दिनों के भीतर प्रोटेक्शन वर्क व डामरीकरण कार्य पूर्ण करने तथा नंदप्रयाग के पार्थाडीप में पुरानी गैबियन वॉल पर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जोगीधारा में सड़क किनारे मौजूद बड़े पत्थरों को एक सप्ताह के भीतर हटाने और हाथीपहाड़ के पास गैबियन वॉल का निर्माण जून माह तक पूर्ण करने को कहा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव स्वयं चारधाम यात्रा की तैयारियों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इस वर्ष की यात्रा को “हरित चारधाम” के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसके तहत सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है। सभी विभागों को इसके लिए डिस्पोजल प्लान तैयार करने को कहा गया है।
माणा एवलांच रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन की सराहना
डॉ. राजेश कुमार ने अधिकारियों और कर्मचारियों से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील करते हुए नमक, चीनी और तेल के उपयोग में 10% की कमी लाने की सलाह दी। मुख्य चिकित्साधिकारी को यात्रा मार्गों पर मेडिकल रिलीव पोस्ट की स्थापना हेतु स्थान चिन्हित कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है। वहीं बद्रीनाथ में दीर्घकालिक पेयजल आपूर्ति के लिए जल संस्थान को दीर्घकालिक योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए गए। माणा एवलांच रेस्क्यू ऑपरेशन के सफल संचालन के लिए उन्होंने जिला प्रशासन की सराहना की।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जानकारी दी कि कमेड़ा से नंदप्रयाग तक कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। नंदप्रयाग में रैंप विकसित किए गए हैं जिससे सड़क पर मलबा नहीं आएगा। बद्रीनाथ में बिजली और पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से संचालित है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विवेकानंद हॉस्पिटल, पीपलकोटी एवं बद्रीनाथ का सक्रिय सहयोग मिल रहा है। सभी आवश्यक कार्य 25 अप्रैल तक पूर्ण कर लिए जाएंगे।
पीपलकोटी में बाढ़ सुरक्षा योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण
इसी क्रम में डॉ. आर. राजेश कुमार ने विकासखंड दशोली, नगर पंचायत पीपलकोटी के अंतर्गत मेहरगांव गधेरा, प्यूली गधेरा और अगथला गधेरा में एसडीएमएफ (राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि) के तहत प्रस्तावित बाढ़ सुरक्षा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने इन योजनाओं को क्षेत्र की सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी और आवश्यक बताया।