MODI 3.0: NDA ने मोदी को फिर चुना अपना नेता, सरकार गठन की ऐसी रहेगी रणनीति

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनावी नतीजों के आने के बाद नरेंद्र मोदी ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद, एनडीए की नई दिल्ली में पहली बैठक हुई। बैठक में नरेंद्र मोदी को एक बार फिर एनडीए के घटक दलों ने अपना नेता चुन लिया है।


प्रधानमंत्री आवास पर बुधवार को हुई एनडीए की बैठक में सभी दलों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया है। पीएम आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू नेता नीतीश कुमार और टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू सहित एनडीए में शामिल अन्य सहयोगी दलों के भी कई नेता मौजूद रहे। बता दें, बैठक में पीएम मोदी को नेता चुनने के लिए पेश किया प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ।

बैठक में की पीएम की सराहना

पीएम आवास पर हुई एनडीए की बैठक में नेताओं ने प्रधानमंत्री को उनके नेतृत्व में देश द्वारा की गई प्रगति के लिए बधाई दी, साथ ही राष्ट्र निर्माण में पीएम की मेहनत और प्रयासों की सराहना की। एनडीए सहयोगियों ने कहा कि पीएम के पास विकसित भारत के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण है और वे इस लक्ष्य में भागीदार है। उन्होंने दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाने में पीएम की भूमिका की सराहना की। एनडीए नेताओं ने गरीबी उन्मूलन की दिशा में पीएम के प्रयासों को सराहा और अच्छा काम जारी रखने का संकल्प लिया। पीएम ने कहा कि यह लगातार तीसरी सरकार के लिए ऐतिहासिक जनादेश है जो भारत में आखिरी बार 60 साल पहले मिला था।

‘विकसित भारत बनाने के लिए काम करते रहेंगे’

एनडीए की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, हमारे मूल्यवान एनडीए सहयोगियों से मुलाकात की। हमारा गठबंधन राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाएगा और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करेगा। हम भारत के 140 करोड़ लोगों की सेवा करेंगे और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम करेंगे।’

8 जून को पीएम पद की शपथ ले सकते हैं मोदी

बताया जा रहा है कि, एनडीए की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है। 7 जून को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसद नरेंद्र मोदी को पार्टी के संसदीय दल के नेता के तौर पर चुनेंगे। इसके बाद एनडीए के सभी सांसदों की बैठक होगी, जिसमें नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। इसके अगले दिन, 8 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।

पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा

इससे पहले, बुधवार को ही प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा (17वीं लोकसभा) को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दी गई थी। पीएम आवास पर कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को अपना और अपने मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूर कर लिया। साथ ही राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी से अगली सरकार के गठन तक बतौर कार्यकारी प्रधानमंत्री जिम्मेदारी संभालने की अपील की।

ये भी पढ़ें 👉:Varanasi Loksabha Election: वाराणसी से पीएम मोदी ने लगाई हैट्रिक, विदेशों से मिलने लगी जीत की बधाई..

बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनावों में 543 सीटों में से एनडीए को 292 सीटें मिली हैं, जो कि बहुमत के आंकड़े 272 से 20 सीटें ज्यादा हैं। इसमें बीजेपी 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। फिर 16 सीटों के साथ टीडीपी, 12 सीटों के साथ जेडीयू और 7 सीटों के साथ शिवसेना का नंबर है। वहीं 99 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। नतीजों से स्पष्ट है कि देश में अगली सरकार गठबंधन की होगी। प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

नरेंद्र मोदी ने भूटान-श्रीलंका समेत इन देशों को भेजा न्योता

इस बीच नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण के लिए भूटान नरेश, श्रीलंका के राष्ट्रपति, नेपाल, बांग्लादेश और मौरिशस के प्रधानमंत्री को न्योता दे दिया है। दरअसल, लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया भर से शुभकामनाएं आ रही हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां की तरफ से प्रधानमंत्री को बधाई संदेश भेजा गया है। वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना ने भी बुधवार शाम मोदी को फोन करके चुनाव में जीत की बधाई दी। मोदी ने प्रधानमंत्री हसीना को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया।

World Environment Day: 5 जून को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस? जानें इसका इतिहास…