Operation Sindoor: गंवाए 40 जवान, 100 आतंकी का मिटा नामोनिशान, कई एयरबेस हुए तबाह…सेना ने बताया क्या-क्या हुआ पाक को नुकसान?

Operation Sindoor: लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंक के मास्टरमाइंड्स और उनके बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था। भारत का यह संदेश साफ है कि आतंकवाद के खिलाफ अब केवल बयान नहीं, सैन्य कार्रवाई ही जवाब होगा।


DGMO Press Conference India: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना का पराक्रम नजर आया और पाकिस्‍तान को मुंह की खानी पड़ी है। भारत और पाकिस्‍तान के बीच चरम तनाव और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रविवार शाम को भारतीय सेना ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की है। जिसमें भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हुए।

पाकिस्तान में कैसे आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया?

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान बताया कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद की साजिश रचने वालों और आतंकियेां के ठिकानों को तबाह करने के लिए चलाया गया था। उन्होंने कहा कि भारत ने काफी सोच-समझकर टारगेट तय किए। सेना ने आतंकी हमले का जवाब दिया। सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा आतंकी स्ट्राइक में मारे गए। इसमें हाई वैल्यू टारगेट भी थे। हमने तीन बड़े आतंकियों को खत्म किया है। इसमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे कुख्यात आतंकवादी शामिल हैं, जो IC-814 विमान अपहरण और पुलवामा आतंकी हमले जैसे मामलों में शामिल थे।

पाकिस्तान ने कई बार किया ड्रोन अटैक’

डीजी एयर ऑपरेशन एयर मार्शल ए के भारती ने कहा, ‘8/9 मई की रात को बड़ी संख्या में अलग अलग वेब में ड्रोन आए। हमारा एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार था। 7 की और 8 की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे और सिविलियंस को निशाना बनाने को लिए। हमने जवाब में फिर पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद 9-10 मई की रात को पाकिस्तान ने सीमाओं के पार हमारे हवाई क्षेत्र में ड्रोन और विमान उड़ाए और कई सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के बड़े पैमाने पर असफल प्रयास किए।’

बहावलपुर में आतंकी कैंप किया तबाह

एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुरीदके आतंकी कैंप और बहावलपुर आतंकी कैंप पर किए गए हमलों को वीडियो जारी किए। उन्होंने बताया कि आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक में एयर टू सर्फेस गाइडेड एम्युनिशन का इस्तेमाल किया गया ताकि कोलेटरल डैमेज ना हो। एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप को सटीक निशाना बनाया। स्ट्राइक का मकसद अचीव हुआ। बहावलपुर में हाई वैल्यू टारगेट था। हमने प्रिसिजन स्ट्राइक की। हमारी कार्रवाई में जाहिर तौर पर पाकिस्तान की वायु सेना को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के एयर बेस, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम को पूरे बॉर्डर पर निशाना बनाया। हमारे पास उनके हर बेस को हर सिस्टम को टारगेट करने की क्षमता है। बस उन्हें सद्बुद्धि आए इसलिए हमने संतुलित एयर स्ट्राइक की।’

पाकिस्तान के 40 जवान मारे गए

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि जमीन पर भी पाकिस्तानी हमलों को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की गोलीबारी में पाकिस्तान के 35-40 सैनिकों और अधिकारियों की मौत हो गई। साथ ही उन्‍होंने पाकिस्‍तान की नापाक हरकतों को बेनकाब करते हुए कहा कि एलओसी पर पाकिस्‍तान ने नागरिक इलाकों पर हमले किए।

पहलगाम अटैक के बाद से नेवी भी थी अलर्ट

वहीं डीजी NO वाइस एडमिरल ए ए प्रमोद ने बताया पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेवी ने अपने एसेस्ट्स डिप्लॉय कर दिए थे। हमने अपनी ऑपरेशनल रेडिनोस के लिए समंदर में टेस्ट भी किए। नेवी ने पाकिस्तान की नेवी को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने को मजबूर किया। वह पूरे टाइम अपने हार्बर में रहे।

सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ था ऑपरेशन

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि आप सभी उस क्रूरता से परिचित हैं जिसमें 22 अप्रैल को 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। देश के सैनिकों और नागरिकों पर हाल के हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया था कि भारत को अब आतंकवाद के खिलाफ एक और कड़ा संदेश देना है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंक के मास्टरमाइंड्स और उनके बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था। भारत का यह संदेश साफ है कि आतंकवाद के खिलाफ अब केवल बयान नहीं, सैन्य कार्रवाई ही जवाब होगा।

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पाक पर जवाबी कार्रवाई के लिए खुली छूट

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 10 मई की सुबह पाकिस्तान के DGMO से हॉटलाइन पर मैसेज आया। उन्होंने बात करने के लिए पूछा, हमने तय किया है बात करेंगे। दोपहर 3.35 पर हमारी बात हुई, शाम 5 बजे से सीजफायर के लिए राजी हुए। जो समझौता हुआ है उस पर हमने फिर 12 मई को बात करने का तय किया है। लेकिन पाकिस्तान आर्मी ने कुछ ही घंटे में समझौते का उल्लंघन किया, जिसका जवाब दिया गया। सीडीएस ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए सेना को खुली छूट दी है।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत के 5 जवान शहीद

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पाकिस्तान के साथ जो 3 दिनों तक तनाव रहा, वो किसी युद्ध से कम नहीं था। हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस लौट आए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे 5 जवान शहीद हुए। साथ ही उन्‍होंने बताया कि हमने पाकिस्‍तान के सभी हमलों को नाकाम किया।