Aman Sehrawat Won Bronze Medal,Paris Olympics 2024: भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीतकर एक खास उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली है। अमन ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं और इस मामले में उन्होंने दो बार की ओलंपिक पदक विजेता महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को पीछे छोड़ दिया है।
अमन ने शुक्रवार को कांस्य के लिए खेले गए मुकाबले में पुअर्तो रिको के डारियान टोई क्रूज को हराकर देश को पेरिस खेलों में छठा पदक दिलाया।
देश को समर्पित किया मेडल
अमन ने इस मेडल को पूरे देश के नाम कर दिया है। अमन ने मेडल के बाद कहा कि वह ये मेडल अपने देश, माता-पिता को समर्पित करते हैं। अमन का ये मेडल भारतीय कुश्ती का ओलंपिक में सातवां मेडल है। भारत के लिए केडी जाधव ने साल 1952 ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। इसके बाद सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक-2008 में ब्रॉन्ज, लंदन ओलंपिक-2012 में सिल्वर मेडल दिलाया। लंदन ओलंपिक में ही योगेश्वर दत्त ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था।साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक-2016 में भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। टोक्यो ओलंपिक-2020 में बजरंग पूनिया ने भारत को ब्रॉन्ज और रवि कुमार दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया था।
More pride thanks to our wrestlers!
Congratulations to Aman Sehrawat for winning the Bronze Medal in the Men’s Freestyle 57 kg at the Paris Olympics. His dedication and perseverance are clearly evident. The entire nation celebrates this remarkable feat.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2024
पीएम मोदी ने दी बधाई
अमन की इस जीत पर पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “हमारे पहलवानों को अधिक गौरव धन्यवाद! पेरिस ओलंपिक में पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए अमन सहरावत को बधाई। उनका समर्पण और दृढ़ता स्पष्ट रूप से झलकती है। पूरा देश इस उल्लेखनीय उपलब्धि का जश्न मनाता है।”
महज 21 साल की उम्र में जीता ओलंपिक पदक
अमन ने पिछले महीने ही 21 साल पूरे किए थे और वह इतनी कम उम्र में ओलंपिक पदक जीतने वाले खिलाड़ी बन गए। अमन से पहले यह रिकॉर्ड सिंधू के नाम था जिन्होंने 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। सिंधू ने जब महिला एकल वर्ग में रजत जीता था तब उनकी उम्र 21 साल एक महीने 14 दिन थी, जबकि अमन 21 साल 24 दिन की उम्र में ही ओलंपिक पदक विजेता बन गए। इस सूची में एक अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल भी शामिल हैं जिन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक के दौरान 22 साल चार महीने 18 दिन की उम्र में कांस्य पदक अपने नाम किया था। वहीं, पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली मनु ने 22 साल पांच महीने 10 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
बचपन में उठ गया था माता-पिता का साया
पहलवान अमन सहरावत के इस प्रदर्शन से परिवार, गांव और पूरे देश में जश्न का माहौल है। अमन ना सिर्फ गांव और परिवार का बल्कि पूरे देश का नाम विश्व में रोशन किया है। अमन के ताऊ ने बताया कि जब वो 10 साल के थे। तब उनकी मां का हार्ट अटैक से निधन हो गया। इस सदमे में उनके पिता भी एक साल बाद चल बसे। इसके बाद अमन की परवरिश चाचा, मौसी और ताऊ ने मिलकर की।
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पेरिस ओलंपिक में अब तक भारत के 6 मेडल
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने अब तक कुल 6 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल शामिल है। जिनमें मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीता। दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में (सरबजोत सिंह के साथ) जीता। तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग मेन्स की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में जीता। चौथा भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। पांचवां नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता। छठा पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।