UTTARAKHAND 38TH NATIONAL GAMES: चम्पावत के टनकपुर में 38वें राष्ट्रीय खेलों के अन्तर्गत काली/शारदा नदी में आयोजित तीन दिवसीय राफ्टिंग (डेमो स्पोर्ट) प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मिलित होकर विजेता प्रतिभागियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी गीता धामी ने भी रात्रि में आयोजित राफ्टिंग प्रतियोगिता का आनंद उठाया तथा विश्व रिकॉर्ड के साक्षी बने।
कार्यक्रम क्षेत्र (ग्राम उचौलिगोठ) के दो युवाओं की वाहन दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के कारण राफ्टिंग प्रतियोगिता का समापन कार्यक्रम सादगी पूर्वक सपन्न हुआ। सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को निरस्त किया गया। मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। मुख्यमंत्री ने वाहन दुर्घटना में मृत दोनों व्यक्तियों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दुःख जताया।
राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत सोमवार को शारदा नदी में रात्रिकाल में प्रथम बार राफ्टिंग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सीमांत क्षेत्र में भारत नेपाल सीमा देवभूमि के साथ ही वीर भूमि भी है जहां देवों का वास होता है और यहां के प्रत्येक घर से सेना को सैन्य बलों में अपनी सेवा देकर देश की रक्षा में योगदान यहां के लोग कर रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से अब यह भूमि खेल भूमि के रूप में भी स्थापित हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे राज्य के खिलाड़ियों ने मेडल प्राप्त कर अपना बेहतर स्थान बना लिया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में साहसिक खेलों और पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से इनको एक नई पहचान मिली है। हमारा लक्ष्य है कि साहसिक पर्यटन स्थलों का विकास कर युवाओं के लिए रोजगार और आजीविका के नए अवसर सृजित किए जाएं, जिससे राज्य की आर्थिक प्रगति को भी गति मिले।
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हमारी देवभूमि उत्तराखंड में होना बेहद गौरव और सौभाग्य की बात है। साथ ही राष्ट्रीय खेलों में राफ्टिंग (डेमो स्पोर्ट) प्रतियोगिता का चम्पावत में होना और भी अधिक गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इन खेलों के जरिए चम्पावत का पर्यटन के क्षेत्र में विकास होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है को देश भर में पहचान मिली है। इसके अलावा देवभूमि में राष्ट्रीय खेल के आयोजन से चम्पावत के पर्यटन को नई पहचान मिलेगी।