हरिद्वार जिले के ज्वालापुर के धीरवाली क्षेत्र में छह माह की जुड़वा बच्चियों की हत्या उनकी ही मां ने की थी। पुलिस ने आरोपित मां को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश कर लिया है। पड़ताल में सामने आया कि कम उम्र होने के चलते मां उनकी देखभाल नहीं कर पा रही थी। इसलिए परेशान होकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि महेश सकलानी निवासी हवेली चंबा यहां सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करते हैं। ज्वालापुर के धीरवाली के पास एक उन्होंने किराए पर मकान लिया हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, महेश सकलानी की सिडकुल में नौकरी के दौरान पीलीभीत निवासी शुभांगी से मुलाकात हुई थी। दोनों ने नजदीकी बढ़ने के बाद शादी करने का फैसला किया था। करीब सवा साल पहले दोनों का प्रेम विवाह हो गया। शुभांगी के परिजन शादी में शामिल नहीं हो पाए थे। वह भी पहले सिडकुल की ही एक कंपनी में नौकरी करती थी। शादी के बाद दोनों ज्वालापुर में किराये के मकान में रहने लगे। छह माह पहले ही शुभांगी ने दो जुड़वां बेटियों को जन्म दिया था। दोनों बेटियां स्वस्थ थीं। उन लोगों ने बेटियों का नाम स्नेह और ईशानी रखा।
जुड़वां बेटियों की हत्या
पहले आर्थिक स्थिति और फिर दो जुड़वां बेटियों के जन्म के बाद देखरेख करने को लेकर भी परेशानी बढ़ गई। जिसको लेकर शुभांगी ने 6 मार्च को अपनी जुड़वां बेटियों की हत्या कर दी। उसी सुबह महेश सकलानी ड्यूटी पर चले गए थे। पत्नी शिवांगी का कहना था कि वह पास की दुकान से दूध लेने के लिए गई थी। चंद मिनट बाद वापस लौटने पर बेटी स्नेहा और ईशानी अचेत हालत में मिली। आनन फानन में वह बेटियों को लेकर एक निजी अस्पताल पहुंची, जहां चिकित्सकों ने बच्चियों को मृत घोषित कर दिया।
ऐसे हुआ खुलासा
कुछ देर बाद पति के ड्यूटी से लौटने पर दंपति ने कोतवाली पहुंचकर पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अगवत कराया। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की बात सामने आने पर पिता ने बेटियों की हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने घर से लेकर दुकान तक सीसीटीवी खंगाले। दुकान का भी सीसीटीवी देखा। शुभांगी ने पुलिस को जो टाइमिंग बताई थी, उस समय सीसीटीवी में नहीं दिखी। फोरेंसिक टीम को भी उस कमरे में कुछ नहीं मिला था। छानबीन में सामने आया कि इस दौरान बाहर से कोई व्यक्ति घर के अंदर नहीं गया था। मां के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति घर में पहले से मौजूद भी नहीं था।
शक के आधार पर पुलिस ने शिवांगी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने दोनों बच्चियों की हत्या कुबूल कर ली। उसने बताया कि दोनों बच्चियां हमेशा रोती थीं। वह आराम नहीं कर पा रही थी। अकेलेपन के कारण वह मानसिक तनाव में थी। जिस वजह से बच्चियों की देखभाल नहीं कर पा रही थी। घटना के दिन भी दोनों बच्चियां ज्यादा रो रही थी। इसको लेकर उसके अंदर चिढ़चिढ़ापन बढ़ गया। परेशान होकर उसने अपनी दोनों बच्चियों को मारने का प्लान बनाया। उसने दोनों को पहले रजाई में दबा दिया। मगर वह तेज-तेज रोने लगीं। फिर चुन्नी से गला कसकर उन्हें हमेशा के लिए खामोश कर दिया।
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पुलिस टीम को शाबाशी
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि शिवांगी की उम्र लगभग 19 साल है। दोनों बच्चियों को उसे अकेले ही संभालना पड़ता था। इसलिए उसने दोनों बच्चियों की हत्या कर दी। एसएसपी ने बताया कि आरोपी मां शुभांगी को जेल भेज दिया गया है। वहीं एसएसपी ने दोहरे हत्याकांड का त्वरित खुलासा करने पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रदीप बिष्ट व उनकी टीम को शाबाशी दी। टीम में बाजार चौकी बाजार देवेंद्र सिंह तोमर, उपनिरीक्षक सोनल रावत व महिला कांस्टेबल शोभा शामिल रहे।