SS Sandhu: नए चुनाव आयुक्त बने उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव एसएस संधु 

SS Sandhu:उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. सुखबीर सिंह संधु को भारत के निर्वाचन आयोग का चुनाव आयुक्त बनाया गया है। केंद्र की कई बड़ी योजनाओं को वह उत्तराखंड में धरातल पर उतारने में कामयाब रहे।


पीएम मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति ने निर्वाचन आयोग में दो आयुक्तों के खाली पदों पर भर्ती के लिए दो नामों पर मुहर लगा दी है। समिति ने ज्ञानेश कुमार गुप्ता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव डॉ. सुखबीर सिंह संधू को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव एसएस संधु बने नए चुनाव आयुक्त 

बता दें कि डॉ. सुखबीर सिंह संधू 1988 बैच के उत्तराखंड कैडर के अधिकारी थे। उन्हें 2021 में उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था। वह 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें लोकपाल कार्यालय में सचिव पद की अहम जिम्मेदारी दी गई थी। अब प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने जिन दो पूर्व आईएएस अफसरों को चुनाव आयुक्त बनाया है, उनमें एक डॉ. संधु हैं।

तीन राज्यों में दे चुके हैं अपनी सेवाएं

डॉ. संधु उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनका जन्म छह जुलाई 1963 को हुआ। उन्होंने पंजाब से एमबीबीएस मेडिसिन के साथ ही एमए व एलएलबी की डिग्री भी प्राप्त की है।

मुख्य सचिव रहते हुए कराए ये काम

उत्तराखंड में मुख्य सचिव के तौर पर डॉ. संधु का कार्यकाल उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने शासन की कार्यप्रणाली को सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ने पर काम किया। पारंपरिक तौर तरीकों के बजाय हाईटैक साधनों से प्रशासनिक कामकाज का माहौल बनाया। केंद्र की कई बड़ी योजनाओं को वह उत्तराखंड में धरातल पर उतारने में कामयाब रहे।

प्रशासनिक सुधारों पर दिया जोर 

सचिवालय से लेकर विभागों, निदेशालयों और जिलों, तहसीलों में ई-फाइल की व्यवस्था के विजन को लागू कराने पर डॉ. संधु ने विशेष जोर दिया। उन्हीं के कार्यकाल में पहली बार उत्तराखंड में कैबिनेट और आईएएस अफसरों के चिंतन शिविर में सशक्त उत्तराखंड का एक रोडमैप बना, जिस पर धामी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है।

केदारनाथ के पुनर्निर्माण के कार्यों की निगरानी

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना के कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी राज्य में डॉ. संधु पर थी। परियोजना की प्रगति की जानकारी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय डॉ. संधु के सीधे संपर्क रहा।

दिल्ली-दून एक्प्रेस हाईवे पर खास फोकस

उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव बनने से पहले संधू एनएचएआइ में चेयरमैन भी रहे। दरअसल, उत्तराखंड में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री पद पर रहने के बाद 2019 में वह केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे, जहां उन्होंने अक्टूबर 2019 में एनएचएआइ के चेयरमैन के रूप में पदभार संभाला।

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एनएचएआई के चेयरमैन रहते हुए डॉ. संधु ने दिल्ली से देहरादून तक एक्स्प्रेस हाईवे को न सिर्फ मंजूरी दिलाई, बल्कि मुख्य सचिव बनने के बाद भी अपने प्रयासों से इस पर तेजी से कार्य कराया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संधु के एनएचएआइ में किए गए कार्यों की तारीफ भी की थी।