Auto Expo 2025: भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की नई ऊंचाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत मंडपम में ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025’ का उद्घाटन किया। उन्होंने ऑटोमोबाइल उद्योग में हो रही जबरदस्त प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत में हर साल जितनी गाड़ियां बिकती हैं, उतनी कई देशों की कुल जनसंख्या नहीं है।
भारत: पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से शीर्ष तीन की ओर
पीएम मोदी ने कहा, “आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। कल्पना करें कि जब भारत शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा, तब ऑटो मार्केट कहां होगा। यह न केवल भारत के विकास की यात्रा है, बल्कि मोबिलिटी सेक्टर के जबरदस्त विस्तार की कहानी भी है।”
बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक निवेश
मोदी ने कहा कि पहले गाड़ियां खरीदने में झिझक का एक कारण सड़कों की खराब स्थिति थी। लेकिन आज, मल्टी लेन हाईवे और एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है। 2023-24 के बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया गया।
ऑटो इंडस्ट्री में 12% की वृद्धि
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने पिछले साल 12% की ग्रोथ दर्ज की। “मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड” के मंत्र के साथ निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है। आने वाले समय में हाइड्रोजन ईंधन, ईवी, जैव ईंधन जैसी हरित तकनीकों पर अधिक फोकस किया जाएगा।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 के मुख्य आकर्षण
- इस बार एक्सपो का आयोजन भारत मंडपम, द्वारका के यशोभूमि, और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में हो रहा है।
- नई गाड़ियों की लॉन्चिंग और अत्याधुनिक तकनीकें इस एक्सपो का मुख्य आकर्षण हैं।
- पिछले आयोजन में 1.5 लाख से ज्यादा विजिटर्स आए थे, जबकि इस बार संख्या और बढ़ने की संभावना है।
पीयूष गोयल का आत्मविश्वास
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “भारत मोबिलिटी 2025, भारत की कहानी को दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। यह विश्व का सर्वश्रेष्ठ प्लेटफॉर्म बनकर उभरेगा, जो निवेश और निर्यात बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
भविष्य की ओर कदम
पीएम मोदी ने 7C विजन (सामान्य, कनेक्टेड, सुविधाजनक, भीड़-मुक्त, चार्ज्ड, स्वच्छ, और कटिंग-एज) को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत में मोबिलिटी का भविष्य हरित तकनीकों और अभिनव समाधानों पर आधारित होगा।
निष्कर्ष
भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 देश के विकास और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के नए युग का प्रतीक है। यह न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि ग्लोबल मोबिलिटी सॉल्यूशंस में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में उभारेगा।