Trump Tariffs: भारत की ‘डिप्लोमैटिक जीत’, चीन पर टूटा 125% टैक्स का कहर!

Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 125% तक टैक्स बढ़ाकर वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। यह कदम चीन के विश्व बाजारों के प्रति अनादर के जवाब में उठाया गया। दूसरी ओर, भारत ने समझदारी और संतुलित रणनीति अपनाकर खुद को इस ‘महातबाही’ से बचा लिया।

क्या हुआ?

ट्रंप ने बुधवार देर रात भारत समेत कई देशों पर लगने वाले टैरिफ को रोक दिया, लेकिन चीन को निशाना बनाया। चीन के जवाबी 84% टैक्स के बाद अमेरिका ने 125% टैरिफ लगाकर चीनी वस्तुओं को अमेरिकी बाजार में लगभग अप्रतिस्पर्धी बना दिया। इससे चीन के निर्यात में भारी गिरावट, आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी बढ़ने की आशंका है। वैश्विक सप्लाई चेन पर भी इसका असर पड़ेगा, जिससे महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है।

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भारत का मास्टरस्ट्रोक

भारत ने विवाद के बजाय बातचीत को चुना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के साथ मुलाकात कर भारत का पक्ष रखा। इस संवाद ने भारत को कम टैरिफ और नए ट्रेड अवसरों का फायदा दिलाया। अमेरिका के 90-दिनों के टैरिफ ‘पॉज’ में भी भारत नए व्यापारिक समझौतों की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह भारत की कूटनीतिक जीत है।

चीन क्यों फंसा?

चीन का आक्रामक रवैया और जवाबी टैरिफ ने उसे व्यापार युद्ध में उलझा दिया। इसका असर उसकी अर्थव्यवस्था, वैश्विक व्यापार और रणनीतिक फोकस पर पड़ा। नए बाजार तलाशना अब चीन के लिए चुनौती होगा।