Uttarakhand Mock Drill: युद्व के दौरान आम नागरिकों की सुरक्षा, राहत एवं बचाव को लेकर राजधानी देहरादून में सिविल डिफेंस द्वारा हवाई हमले का मॉक अभ्यास किया गया।
देहरादून: जनपद में संचालित जिला आपदा परिचालन केंद्र में अपराह्न 4ः10 बजे शहर में हवाई हमले की सूचना प्राप्त हुई। आईआरएस के रिस्पांसिबल ऑफिसर/जिलाधिकारी सविन बंसल ने घटना पर शहर वासियों को सायरन के माध्यम से अलर्ट करवाते हुए जिले में इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम को सक्रिय किया गया। जिलाधिकारी ने एनआईसी में स्थापित कंट्रोल रूम पहुंचकर आईआरएस की कमान सभाली। हवाई हमले के दौरान पूरे एरिया में ब्लैक आउट किया गया।
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सिविल डिफेंस द्वारा हमला होने पर 4ः15 बजे रेड अलर्ट सायरन बजाया गया। कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि आईएसबीटी और एमडीडीए कॉलोनी देहरादून मे बमबारी की घटना घटित हुई है। मिसाइल हमले से एमडीडीएम कॉलोनी में एक बिल्डिंग ध्वस्त होने से कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली। जिलाधिकारी ने आईआरएस से जुड़े सभी नोडल अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में उपस्थित होने और राहत एवं बचाव कार्य करने के दिशा निर्देश दिए गए। रेस्क्यू टीम को तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना किया गया।
रेस्क्यू टीम द्वारा 4ः36 बजे घटनास्थल पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। इस घटना में 05 लोग मृतक और 23 लोग घायल दिखाए गए। घायलों को रेस्क्यू कर एंबुलेंस से कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया गया। अपराह्न 6.08 बजे एमडीडीए कॉलोनी में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ। एमडीडीए कॉलोनी से 10 पुरुष, 14 महिलाएं, 12 बच्चे सहित कुल 36 लोगों को बस से शेल्टर होम पहुंचाया गया।
वही दूसरी घटना में अपराह्न 4.44 बजे आईएसबीटी में बम विस्फोट से भगदढ़ की सूचना प्रसारित की गई। जिलाधिकारी ने तत्काल एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, मेडिकल सहित टास्कफोर्स को घटना स्थल के लिए रवाना किया। रेस्क्यू टीम ने 4ः54 बजे घटना स्थल पर पहुंच कर भगदढ़ को नियंत्रित कर सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। इस घटना में 02 लोगों को मृत्यु, 05 गंभीर घायल और 01 सामान्य घायल व्यक्ति को रेस्क्यू कर एंबुलेंस से कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया गया। सायं 6.05 बजे आईएसबीटी में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया गया।
जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह कंट्रोल रूम से दोनों घटना स्थलों पर राहत एवं बचाव कार्याे की पल-पल मॉनिटरिंग कर रहे थे। जिलाधिकारी के निर्देशन पर दोनों घटना स्थल पर क्षति आकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को दी गई। मॉक अभ्यास में शामिल लोगों को इंस्टीडेंट कमांडर द्वारा ब्रीफ किया गया और मॉक अभ्यास को समाप्त किया गया। मॉक अभ्यास के दौरान जिला प्रशासन की पूरी आईआरएस के नोडल अधिकारी मौजूद थे।
आपातकालीन परिचालन केंद्र से भी निगरानी
व। हीं सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की निगरानी यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र तथा जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से की गई। सायरन बजने के निर्धारित समय से पूर्व सचिव गृह शैलेश बगौली तथा पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ आज राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। इस दौरान राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से घटनास्थलों, स्टेजिंग एरिया, इंसीडेंट कमांड पोस्ट तथा रिलीफ सेंटरों को भी जोड़ा गया। सचिव शैलेश बगौली ने मॉक ड्रिल के दौरान विभिन्न घटनाओं के बारे में जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में उपस्थित जिलाधिकारी सविन बंसल से विस्तारपूर्वक जानकारी ली।