लक्सर का बाजार और टायर फैक्ट्री व्यापार भी हुआ प्रभावित, व्यापारी वर्ग और प्रतिनिधियों ने जताई चिंता

रिपोर्ट – अमित गिरी गोस्वामी

लक्सर क्षेत्र में करीब एक महीने से श्रमिकों द्वारा लगातार विभिन्न मांगों को लेकर जारी धरना-प्रदर्शन के बाद उन्हें पहली बार वेतन से भी वंचित होना पड़ा है। लगभग हफ्ताभर गुजरने के पश्चात इसका गहन असर लक्सर बाजार क्षेत्र और ट्रांसपोर्टेशन जैसे महत्वपूर्ण व्यापार पर होना शुरू हो चुका है।

ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े हुए तकरीबन 500 चालक और परिचालक ही नहीं बल्कि उनके परिवार के अलावा प्रबंधन पर भी इसका खासा प्रभाव देखा गया है। दूसरी तरफ़ बाजार क्षेत्र से श्रमिकों द्वारा घरेलू राशन सामग्री की खरीद पर भी भारी कमी सामने आई है। धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे श्रमिक नेता सुनील फौजी और अशोक कुमार के मुताबिक 17 वर्षों में फैक्ट्री श्रमिकों को पहली बार वेतन के बिना गुजारा करना पड़ा है क्योंकि अपने वेतन पर घर का चूल्हा और बच्चों की स्कूली फीस के अलावा बाजार से घरेलू राशन सामग्री की खरीद भी निर्भर होती थी।

उन्होंने बताया कि करीब 28 दिनों से जारी धरना-प्रदर्शन में श्रमिकों को इस कारण प्रभावित होना पड़ा है और उन्हें अपने स्तर पर विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के जरिए प्राप्त अनाज और बच्चों की स्कूली सामग्री का वितरण भी धरना स्थल से कराया जा रहा है। मौजूदा दौर में आर्थिक तंगी की कगार पर पहुंचे श्रमिकों द्वारा जल्द वेतन विसंगति दूर करने की मांग उठाई गई है ।

वंही लक्सर ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन अध्यक्ष अरुण चौधरी के मुताबिक फैक्ट्री कर्मियों पर ही परिवार सहित इसका सर्वाधिक असर हुआ है ट्रांसपोर्ट भी प्रोडक्शन बंद होने से ठप्प हो गया है। उन्होंने बताया कि 250 ट्रकों के 500 चालक और परिचालक भी परिवार सहित कमाई का अभाव झेलने पर मजबूर हो चुके हैं।

व्यापारियों की माने तो बाजार में भी प्रतिमाह होने वाली राशन खरीद को लेकर भारी कमी से आर्थिक नुकसान हो रहा है जिस कारण फैक्ट्री बंद होने पर व्यापारी वर्ग भी इसका गहरा दंश झेल रहे हैं इतना ही नहीं बल्कि 20 दिनों से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था ठप्प होने के कारण ट्रक मालिकों को भी भारी नुकसान हो रहा है। क्षेत्रीय व्यापार मंडल अध्यक्ष अतुल गुप्ता के मुताबिक बाजार क्षेत्र में राशन सामग्री की खरीद में बड़ी गिरावट सामने आई है उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के बीच शीघ्र आपसी समझौते और फैक्ट्री के पुनः संचालन अथवा सुचारू होने की अपील की है !