रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को अतिवृष्टि से प्रभावित केदारघाटी क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए रुद्रप्रयाग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके अलावा केदारघाटी में अतिवृष्टि से हुई क्षति, सड़क एवं अन्य मार्गों सहित अन्य नुकसान की समीक्षा एवं पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की और प्रभावित व्यक्तिओं से भी बात की।
इसके बाद सीएम धामी ने जीएमवीएन अतिथि गृह में स्थानीय जनता से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि हर यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा को दोबारा शुरू करने में स्थानीय लोगों का सहयोग लेने के दिए निर्देश दिए।
रुद्रप्रयाग में स्थलीय और हवाई निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि केदारनाथ यात्रा के दौरान जिन जगहों से श्रद्धालु केदारनाथ धाम तक पहुंचे थे, उस जगह पर 29 ऐसे बिंदु हैं जहां पर अधिक भूस्खलन की वजह से सड़क पूरी तरह से खत्म हो गई है। इतना ही नहीं, सड़क का 150 मीटर का एक हिस्सा पूरी तरह से नदी में समा गया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस आपदा के दौरान इस पूरे क्षेत्र को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी केंद्र सरकार को दी जा रही है। केंद्र सरकार इस आपदा की घड़ी में राज्य सरकार के साथ है।
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बता दें कि 31 जुलाई को आई आपदा में सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग को काफी नुकसान हुआ है। सोनप्रयाग की तरफ से करीब दो किमी आगे 150 मीटर लंबाई में सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके अलावा 100-100 मीटर लंबाई में चार और जगह सड़क को काफी नुकसान हुआ है। इस मार्ग को लेकर मंत्रालय के डीजी ने वर्चुअल एनएच, लोनिवि अधिकारियों के साथ के बैठक की। इसमें मार्ग को ठीक करने का काम तेजी से करने का निर्देश दिया।