Kedarnath By Election: केदारनाथ उपचुनाव में 57.64 फीसदी पड़े वोट, अब 23 नवंबर को काउंटिंग

Kedarnath Assembly By Election 2024: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है। इसही के साथ भाजपा, कांग्रेस सहित छह प्रत्याशियों के राजनीतिक जीवन का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, 57.64 फीसदी मतदान हुआ है। जो वर्ष 2022 की तुलना में 8.79 प्रतिशत कम है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां 66.43 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस सीट पर भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के कारण उपचुनाव हुआ है। अब 23 नवंबर को मतगणना होगी।

पोलिंग बूथों पर मतदान के लिए लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। लोगों ने सुबह से घरों से बाहर निकल कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। क्षेत्र में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रशासन व पुलिस ने सभी पुख्ता इंतजाम किए थे। यहां 173 पोलिंग बूथों में से 130 पर वेबकॉस्टिंग की व्यवस्था की गई। यह पहला मौका है, जब विस चुनाव में 75 फीसदी पोलिंग बूथों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया।

53 हजार 526 मतदाताओं ने डाला वोट 

जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में 90 हजार 875 मतदाता हैं। उपचुनाव के लिए इनमें से 53 हजार 526 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें 28 हजार 329 महिला और 25 हजार 197 पुरुष मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत किसी भी मतदान केंद्र से अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई।

सीएम ने जताया जनता का आभार 

वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए क्षेत्र के समस्त सम्मानित मतदाताओं का आभार जताया।

सीएम धामी ने कहा कि आपने अपने बहुमूल्य वोट से लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल बनाया और क्षेत्र के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका हर एक वोट केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की प्रगति और समृद्धि का आधार बनेगा।

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बता दें कि इस सीट पर इस बार के उप चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में शुरू से ही सीधी टक्कर बताई जा रही थी। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत व बीजेपी की पूर्व विधायक आशा नौटियाल चुनावी मैदान में आमने-सामने है। निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन सिंह चौहान भी केदारघाटी से अच्छे मत लाने की संभावना जताई जा रही है। जिसका असर भाजपा व कांग्रेस दोनो दलों पर पड़ेगा।