Video: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट 18 अक्टूबर को होंगे बंद

रिपोर्ट -सोनू उनियाल चमोली। पंच केदार मे से एक चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट आगामी 18 अक्टूबर को प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में शीतकाल में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर…

ब्रह्मकपाल पितृ विसर्जन अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष समाप्त

ब्रह्मकपाल पितृ विसर्जन अमावस्या के साथ ही श्राद्ध पक्ष समाप्त हुआ रिपोर्ट -सोनू उनियाल बदरीनाथ धाम।शनिवार पितृ पक्ष की समाप्ति के दिन पितृ विसर्जन अमावस्या के अवसर पर बदरीनाथ स्थित…

विलुप्त होते वाद्य यंत्रों को फिर से संजोने की कवायद,भोटिया संस्कृति कला मंच देगा प्रशिक्षण

विलुप्त होते वाद्य यंत्र को फिर से संजोने की कवायद भोटिया लोक संस्कृति कला मंच लोगो की देगा प्रशिक्षण रिपोर्ट -सोनू उनियाल जोशीमठ। पहाड़ो मे अपनी लोक संस्कृति वाद्य यंत्र,…

कौन है जुगल किशोर पेटशाली, जिन्हें राजुला-मालूशाही की अमर प्रेमगाथा से मिली थी पहचान

कत्यूर वंश के राजकुमार मालूशाही और शौका वंश की कन्या राजुला की अमर प्रेमगाथा राजुला-मालूशाही को दुनिया तक पहुंचाने वाले कुमाऊं के वरिष्ठ रंगकर्मी,  लेखक, साहित्यकार जुगल किशोर पेटशाली को…

Video: भल्ला वंशजों की कुलदेवी उर्गम घाटी की धियाण गौरा पहुंची मायके, मैतियों ने किया स्वागत

रिपोर्ट- सोनू उनियाल चमोली। भल्ला वंशजों की कुलदेवी उर्गम घाटी की बेटी धियाण गौरा मायके पहुंची। भगवती गौरा की छतोली ने 17  सितम्बर को देवग्राम के गौरा मन्दिर से शाम…

जाने कौन है लोक संस्कृति के महान विभूति जगदीश ढौंडियाल, जिन्हें उपराष्ट्रपति ने किया सम्मानित

उत्तराखंड के चार महान विभूतियां को उपराष्ट्रपति द्वारा उत्तराखंड की विविध लोक सांस्कृतिक विधाओं पर निरंतर कार्य करने हेतु ’अमृत अवार्ड-2022’ संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित किया गया । जिसमें…

Culture: उत्तराखंड का एक ऐसा मंदिर वंशीनारायण, जहां सालभर में रक्षाबंधन पर होती है पूजा

रिपोर्ट- सोनू उनियाल चमोली जिले में वंशीनारायण का मंदिर स्थित है। हिमालय की वादियों में विराजमान 12000 फीट की ऊंचाई पर उर्गम घाटी से लगभग 12 किमी की पैदल यात्रा…

लोक कला ऐपण वाली राखियों की तेजी से बढ़ रही डिमांड

रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को दर्शाता है। अब जैसे जैसे रक्षाबंधन का त्यौहार नजदीक है। वैसे वैसे मार्केट में विभिन्न तरीके की राखियां देखने को मिल रही…

संस्कृति: जो घ्यूं निखालौ व्लै अगल जन्मं मां गनेल बन……प्रकृति के साथ स्वास्थ्य को समर्पित है “घी संग्रांद”

Happy Ghee Sankranti 2023: उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत अपने आप में कईं ऐसे पर्वो को समेटे हुई है, जिनका यहां की संस्कृति में खास महत्व है। इन्हीं में से…