Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) की तारीखों का ऐलान हो गया है। दिल्ली की सभी 70 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा। विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे।बता दें कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू
दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता अपने वोटिंग अधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 84.49 लाख पुरुष, 71.73 लाख महिलाएं और 1,261 थर्ड जेंडर शामिल हैं। चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही दिल्ली में चुनाव ‘आदर्श आचार संहिता’ लागू हो गई है।
यूपी और तमिलनाडु में भी उपचुनाव का ऐलान
दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ-साथ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर और तमिलनाडु की इरोड विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान किया है। जबकि, जम्मू-कश्मीर में बड़गाम और नगरोटा विधानसभा सीट पर उपचुनाव को टाल दिया है। मिल्कीपुर और इरोड दोनों विधानसभा सीटों पर दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही पांच फरवरी को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी और आठ फरवरी को ही नतीजे आएंगे। बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर पिछली बार ही उपचुनाव होना था, लेकिन मामला कोर्ट में होने के कारण चुनाव को टाल दिया गया था।
दिल्ली चुनाव को लेकर तैयारी तेज
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था। वहीं कांग्रेस ने अब तक 48 और बीजेपी ने 29 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। वहीं अजित पवार की एनसीपी पार्टी ने भी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। NCP की लिस्ट में 11 प्रत्याशियों का नाम था।
मुझे फिर से मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाला: आतिशी
वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आप सांसद संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आतिशी ने कहा, “आज दिल्ली चुनाव की घोषणा हुई है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने तीन महीने में दूसरी बार मुझे मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाल दिया है। भाजपा सोचती है कि वे हमारे घर छीनकर, हमें गाली देकर और मेरे परिवार के बारे में बुरा बोलकर हमें काम करने से रोक देंगे। वे हमारे घर छीन सकते हैं, हमारे काम रोक सकते हैं लेकिन दिल्ली के लोगों के लिए काम करने के हमारे जज्बे को नहीं रोक सकते। अगर जरूरत पड़ी तो मैं दिल्ली के लोगों के घर आकर रहूंगी और दिल्ली के लोगों के लिए काम करती रहूंगी। तीन महीने पहले भी मेरा सामान सड़क पर फेंका गया था।
सीएम आतिशी ने कहा कि भाजपा याद रखे, आज जब उन्होंने मुझे फिर से मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाला है, तो मैं शपथ लेती हूं कि मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि दिल्ली की हर महिला को 2100 रुपये, हर पुजारी और ग्रंथी को 18,000 रुपये मानदेय मिले और हर बुजुर्ग को संजीवनी योजना के तहत मुफ्त इलाज मिले।
आतिशी के आरोपों पर पलटवार
वहीं बीजेपी ने आतिशी के आरोपों का पलटवार करते हुए कहा है कि उन्हें घर से नहीं निकाला गया और वह ‘शीश महल’ में कभी शिफ्ट ही नहीं हुईं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आतिशी सीएम के आवंटित आवास में नहीं रहती हैं। वो अरविंद केजरीवाल को नाराज नहीं करना चाहती, इसलिए कभी 6 फ्लैग रोड स्टाफ आवास में गई ही नहीं। सचदेवा ने आगे कहा कि आतिशी झूठ बोलकर सहानुभूति लेना चाहती हैं।
बीजेपी ने दिया यह तर्क
वहीं बीजेपी मीडिया सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा है कि आतिशी झूठ बोल रही हैं। पहली बात उनको घर से निकाला नहीं गया। दूसरा, अभी तक वह शीशमहल में प्रवेश नहीं किया, जो 11 अक्टूबर 2024 को उन्हें आवंटित किया गया था। आतिशी के पास पहले से ही 17 एबी मथुरा रोड पर एक आधिकारिक आवास है। इसके आलावा उनको दो और आलीशान बंगले दिए गए।
ये भी पढ़ें 👉:HMPV की दस्तक के बाद उत्तराखंड में भी अलर्ट, अस्पतालों को आदेश, ऐसे रहे सुरक्षित
अमित मालवीय ने कहा कि शीशमहल रद्द करने के दो कारण हैं। पहला, निर्धारित सीमा के भीतर इस बंगला का आवंटन नहीं लिया गया। दूसरा, क्योंकि इस बंगले को लेकर सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है तो ऐसे में यह ईडी के जांच के दायरे में है। साथ ही कैग रिपोर्ट में भी इस बंगले में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई है। ऐसे में उन्होंने जानबूझकर घर का कब्जा नहीं लिया ताकि घर बंद रहे और जांच एजेंसियों को भटकाते रहें।