यहां 20 करोड़ का सॉफ्टवेयर चोरी, दुबई में बेचने का आरोप

इस मामले में पुलिस ने छह नामजद समेत दुबई की कंपनी के खिलाफ आईटी एक्ट से लेकर अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


नोएडा के सेक्टर-127 स्थित नीदरलैंड की कंपनी से सॉफ्टवेयर चोरी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि कंपनी के ही कुछ लोगों ने सॉफ्टवेयर का सोर्स कोड अपने पास ले लिया और दुबई की एक कंपनी को दे दिया। इस मामले में कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस ने छह नामजद समेत दुबई की कंपनी के खिलाफ आईटी एक्ट से लेकर अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

नोएडा के सेक्टर-127 का मामला

बता दें कि नीदरलैंड की मेसर्स सोलुलेवर बीवी कंपनी की ईकाई नोएडा के सेक्टर-127 में है। कंपनी के ग्राहक देश के विभिन्न हिस्सों दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत अन्य शहरों में हैं। यह कंपनी सॉफ्टवेयर का निर्माण करती है। सॉफ्टवेयर बनाने के लिए कंपनी के इंजीनियर सोर्स कोड बनाते हैं। यह सोर्स कोड सॉफ्टवेयर का अभिन्न हिस्सा होता है। इसके बिना कोई भी शख्स इस तरह का सोर्स कोड नहीं बना सकता है। यह सोर्स कोड कंपनी की संपत्ति है। कंपनी की तरफ से सोर्स कोड को प्राइवेट गिटलैब खाते में सेव किया गया था। इसको बनाने में करीब 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।

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दुबई में बेचने का आरोप,6 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज

आरोप है कि कंपनी में काम करने वाले कुछ लोगों ने गिटलैब खाते में सेव सोर्स कोड को दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया और दुबई की कंपनी नेटिक्स ग्लोबल को दे दिया। इस मामले में पुलिस ने रजत सभरवाल, प्रखर शुक्ला, आशीष कपूर, अपूर्व गोयल, अभिषेक अग्रवाल व अर्चित गर्ग के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

पुलिस मामले की जांच में जुटी 

सेक्टर-126 पुलिस सॉफ्टवेयर चोरी की गुत्थी सुलझाने के लिए मामले की सक्रियता से जांच कर रही है। आरोपी व्यक्तियों को आईटी अधिनियम और अन्य लागू कानूनों के तहत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। पुलिस चोरी हुए स्रोत कोड का पता लगाने और कथित अपराधियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए डिजिटल फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ सहयोग कर रही है।

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