Prayagraj: महाकुंभ में संगम घाट पर भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत

Maha Kumbh 2025 ; मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है। 60 लोग घायल हुए हैं, जिनका कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 में बने अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं।

हादसे का पूरा विवरण

महाकुंभ में मंगलवार- बुधवार की रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ हुई थी। सुबह 7:30 बजे तक कॉल्विन अस्पताल की मर्चरी में 30 शव पहुंच चुके थे। घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया था । मौके पर 40 से अधिक एंबुलेंस घायलों और मृतकों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी।

परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। संगम घाट से लेकर महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय तक कोहराम मचा हुआ है। हादसे के बाद से एंबुलेंस के सायरन लगातार गूंज रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बैरिकेडिंग के चलते भीड़ नियंत्रित नहीं हो पाई, जिससे यह हादसा हुआ।

अखाड़ों का अमृत स्नान का बहिष्कार

घटना से आक्रोशित होकर अखाड़ों ने अमृत स्नान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।

हादसे के कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया

  • बताया जा रहा है कि भारी भीड़ के कारण सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई।
  • कुछ श्रद्धालु बैरिकेडिंग के कारण फंस गए, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी।
  • पुलिस और प्रशासन हालात को नियंत्रित करने में देर कर बैठा।
  • इस हादसे में अब तक 17 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि दर्जनों लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
  • मृतकों में यूपी, बिहार, झारखंड और कोलकाता के लोग शामिल

सीएम योगी की अपील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम नोज घाट पर जाने से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्नान के लिए कई वैकल्पिक घाट बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु सुरक्षित स्नान कर सकते हैं।

पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चार बार फोन पर बातचीत की और घायलों की मदद के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए। गृहमंत्री अमित शाह और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी इस मामले में मुख्यमंत्री से चर्चा की।

उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई

हादसे के बाद सीएम योगी ने लखनऊ में हाईलेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी और एडीजी कानून व्यवस्था सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

स्थिति नियंत्रण में, श्रद्धालुओं से अपील

फिलहाल संगम क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और स्नान जारी है। प्रशासन श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और नियमों का पालन करने की अपील कर रहा है।