ऋषिकेश में थाना मुनि की रेती पुलिस ने यूपी नंबर प्लेट की मजिस्ट्रेट लिखी एक कार को सीज कर दिया। कार आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के एक जज की बताई जा रही है। कार में जज का बेटा अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था।
मंगलवार दोपहर भद्रकाली के समीप कार में सवार युवक सनरूफ से बाहर निकालकर शोर मचा रहे थे और यातायात नियमों का उल्लंघन भी कर रहे थे। जब भद्रकाली चौकी पुलिस ने युवकों को रोका तो कार में सवार युवक सौरभ पुत्र अखिलेश निवासी गरवाल आजमगढ़ यूपी ने स्वयं को जज का बेटा बताते हुए पुलिस पर रौब दिखाने लगा।
मजिस्ट्रेट के बेटे को पुलिस ने सिखाया सबक
इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि भद्राकाली पुलिस चौकी पर वाहनों की चेकिंग दिन-रात चल रही है। इसी क्रम में आज भी चेकिंग की जा रही थी, तभी शीशे पर मजिस्ट्रेट लिखी उत्तर प्रदेश की एक कार चेकिंग से बचकर निकलने की कोशिश करने लगी। जिससे शक होने पर भद्रकाली चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार ने कार को चेकिंग के लिए रोका। पूछताछ करने पर पता चला कि कार में कोई मजिस्ट्रेट नहीं, बल्कि मजिस्ट्रेट का बेटा अपने दोस्तों के साथ कार में मौजूद है।
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बताया कि जब पुलिस ने मजिस्ट्रेट के बेटे को कानून का पाठ पढ़ाया, तो वह अपने पिता के नाम और पद का रौब दिखाने लगा, जिससे पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और कार को कब्जे में लेकर सीज कर दिया।