चमोली। पितृदेव वन आन्दोलन के तहत कर्णप्रयाग विकास खण्ड के ग्राम ऐण्ड में श्रद्ध पक्ष के प्रथम दिन से पितृदेव वन की स्थापना विधिवत पितृों की पूजा अर्चना के बाद गांव के पितृों की स्मृति में वृक्षारोपण प्रारम्भ कर दिया गया है।
ग्राम प्रधान कुलदीप सिंह बिष्ट ने बताया कि ग्रामवासियों ने निश्चय किया है कि पितृपक्ष में प्रतिदिन गांव में जिन भी पितृों का श्राद्ध (तिथि) होगी उसी दिन उनकी स्मृति में गांव में स्थापित पितृदेव वन में वृक्षारोपण किया जायेगा और पितृ विजर्जन के दिन गांव के सभी प्रवासियों से आग्रह किया गया है कि वे गांवों में आकर अपने पितृों की स्मृति में वृक्षारोपरण करें।
उन्होंने बताया कि अभी तक 4 श्राद्धों में प्रतिदिन 16 वृक्षों का रोपण 16 श्राद्धों के नाम पर सामूहिक रूप से 64 वृक्षों का रोपण किया गया है, जिसमें देवदार, बांज, आंवला, रीठा, प्रजाति के वृक्ष हैं आगे फूलों के वृक्ष, चन्दन साथ हिमालय के सुगन्ध वृक्ष सिनगा को लगाने की भी योजना है।
वृक्षारोपण के लिये अलकनन्दा वन प्रभाग के आटागाड रेंज का सहयोग मिला, इसके लिये प्रदेश के माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल एवं पितृदेव वन आन्दोलन उत्तराखण्ड के संयोजक भुवन नौटियाल का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है।
ये भी पढ़ें 👉:डीएम संदीप तिवारी ने किया सिमली महिला बेस अस्पताल का निरीक्षण, सीएमओ को दिए ये निर्देश
पितृदेव वन की स्थापना व वृक्षारोपण के लिये गांव की महिलाओं व युवकों में विशेष उत्साह दिखायी दे रहा है। गांव के प्रधान के नेतृत्व में पुष्कर सिंह, पवन सिंह, नरदेव सिंह, धर्मपाल सिंह, नर्वदा देवी, पार्वती देवी, सहदेव सिंह, जय सिंह, आदि काफी सक्रियता से पितृदेव वन आन्दोलन से जुड गये हैं।