UKSSSC EXAM: आधे घंटे बाद मिल चुका था पूरा सेट…तो क्या फ‍िर लीक हुआ UKSSSC पटवारी का पेपर? जानें क्या बोला आयोग

UKSSSC EXAM: उत्तराखंड में सालों से सरकारी नौकरी के इंतजार में बैठे लाखों युवा जो दिन रात बस यही सोच कर मेहनत कर रहे थे कि एक दिन जरूर उनकी मेहनत रंग लाएगी। लेकिन नकल माफिया उनके सपनों को चूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही आज 21 सितंबर को आयोजित हुई उत्तराखंड अधिनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय पटवारी भर्ती पेपर को लेकर हुआ है।

उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बाबी पंवार ने पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए अपनी फेसबुक पर कथित लीक पेपर पोस्ट किया था। जिससे हड़कंप मच गया। इस पेपर लीक घटना ने एक बार फिर उत्तराखंड में परीक्षा प्रणाली और भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़ा कर दिया है।

बेरोजगार संघ का दावा

वहीं उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले को लेकर दावा किया है कि परीक्षा शुरू होने के करीब आंधे घंटे बाद ही 11:35 बजे पेपर का एक सेट लिक हो गया।बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल का कहना है कि जो पेपर बाहर आया था, और परीक्षा में अभ्यर्थियों के मिले पेपर का मिलान किया गया तो कई प्रश्न मिल रहे हैं। इस खुलासे के बाद भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर से गंभीर सवाल उठ गए हैं।

बॉबी पंवार से पूछताछ

यूकेएसएसएससी पेपर आउट होने की चर्चाओं के बीच पुलिस ने उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार को हिरासत में ले लिया है। दरअसल बॉबी पवार ने रविवार सुबह 11:35 मिनट पर पेपर आउट होने का दावा करते हुए अपनी फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। जिसमें पेपर भी डाला गया था। सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने की चर्चाओं के बीच पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। एक कार्यक्रम में शामिल होने हरिद्वार पहुंचे बॉबी पंवार को पुलिस और एसओजी की टीम ने हिरासत में लिया। बाबी से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। उनसे पूछा गया कि कथित तौर पर लीक हुआ पेपर उन्हें किसने भेजा था। सवाल-जवाब के बाद बाबी पंवार को छोड़ दिया गया।

UKSSSC के अध्यक्ष का बयान

वहीं उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन गणेश शंकर मर्तोलिया ने पेपर लीक मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रश्न पत्र से जुड़े तीन पन्ने बाहर आए हैं, हालांकि, शुरुआती जांच में यह पन्ने पढ़ने योग्य नहीं पाए गए हैं। चेयरमैन ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे। ऐसे में यह बड़ा सवाल बनकर उभरा है कि फिर भी ये पन्ने बाहर कैसे आए? इस पूरे मामले पर आयोग स्तर पर उच्च स्तरीय बैठक चल रही है। जिसमें विभिन्न पहलुओं की गहनता से समीक्षा की जा रही है।

 

एक दिन पहले हाकम सिंह और पंकज गौड़ की गिरफ्तारी 

इससे पहले 20 सितंबर को देहरादून पुलिस और एसटीएफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यूकेएसएसएससी एग्जाम से पहले अभ्यर्थियों के साथ ठगी करने वाले दो आरोपी पंकज गौड़ और हाकम सिंह की गिरफ्तारी की थी, हालांकि इस मामले पर बेरोजार संघ का कहना है कि उन्होंने इस खुलासे से पहले 9 सितंबर को एसटीएफ को एक ऑडियो दिया था, जिसमें पंकज गौड़ यूकेएसएसएससी पेपर देने वाले किसी अभ्यर्थी को अपने जाल फंसा रहा है और 15 लाख रुपए की डिमांड के साथ देहरादून बुला रहा है। बेरोजगार संघ द्वारा दी गई ऑडियो के बाद ही एसटीएफ अलर्ट मोड पर आई थी और उसके बाद ही शनिवार को पंकज गौड़ और हाकम सिंह की गिरफ्तारी की गई है। बता दें कि उत्तराखंड में पेपर लीक का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई बार पेपर लीक के मामले आ चुके हैं।

सोमवार को सचिवालय कूच

पेपर लीक का दावा करने के बाद अब बेरोजगार संघ ने 22 सितंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड में इकट्ठा होकर सचिवालय कूच करने का ऐलान किया है। साथ ही इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की मांग रखी है।

पेपर लीक के खिलाफ प्रदर्शन करेगी कांग्रेस 

वहीं कांग्रेस ने पेपर लीक के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि एक तो महामारी और आपदा के बीच परीक्षा कराई गई और उस पर भी पेपर लीक हो गया, जो पूरी तरह से छात्रों के साथ खिलवाड़ है. कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर 1 बजे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) का पुतला फूंकेगी और इस मुद्दे को लेकर सरकार और आयोग से जवाब मांगेंगी।