नई दिल्ली। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित 20वें विश्व शांति महासम्मेलन में प्रतिभाग किया। अंतर्राष्ट्रीय विश्व शांति प्रबोधक महासंघ द्वारा संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में राज्यपाल ने ‘United for Peace: A Shared Vision for Humanity’ पुस्तक का विमोचन भी किया और इसे शांति और मानवता के मार्गदर्शन में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
Participated as Chief Guest in the 20th World Peace Conference in New Delhi, an inspiring platform dedicated to fostering global peace and harmony.
During the event, the book ‘United for Peace: A Shared Vision for Humanity’ was launched, highlighting the shared ideals of peace… pic.twitter.com/RKOaoszWfv
— LT GEN GURMIT SINGH, PVSM, UYSM, AVSM, VSM (Retd) (@LtGenGurmit) December 30, 2024
राज्यपाल ने कहा कि शांति केवल युद्ध और हिंसा का अभाव नहीं है, बल्कि यह समानता, स्वतंत्रता और सम्मान के साथ जीने की अवस्था है। उन्होंने कहा कि “वसुधैव कुटुंबकम” का सिद्धांत हमें यह सिखाता है कि पूरी दुनिया एक परिवार है, और यह आदर्श शांति और एकता का आधार बन सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड योग, ध्यान और आयुर्वेद का केंद्र है, यह भूमि आध्यात्मिक शांति और संतुलन का स्रोत है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन टेक्नोलॉजी को अपनाने के राज्य के प्रयासों को रेखांकित किया और इन्हें शांति और स्थिरता के लिए आवश्यक बताया।
ये भी पढ़ें 👉:NHM मिशन निदेशक स्वाति एस.भदौरिया ने उधम सिंह नगर में विभिन्न चिकित्सा इकाइयों का किया निरीक्षण
राज्यपाल ने कहा कि आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, सांस्कृतिक विभाजन और आर्थिक असमानता आज की सबसे बड़ी चुनौतियाँ हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षा, संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने ग्रीन टेक्नोलॉजी, ऊर्जा संरक्षण, और वृक्षारोपण जैसे उपायों को दीर्घकालिक शांति और स्थिरता के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और परंपराएँ हमें शांति और मानवता का संदेश देती हैं। उन्होंने महात्मा गांधी और महात्मा बुद्ध के अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों को याद करते हुए कहा कि ये मूल्य आज भी पूरे विश्व को प्रेरणा देते हैं।