जानिए कहां से आता है नोबेल पुरस्कार का पैसा?

नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान माना जाता है। हर साल अक्टूबर महीने में इसका ऐलान किया जाता है। छह दिनों में छह अलग-अलग कैटगरी…

क्लाउडिया गोल्डिन को मिला‌ अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 

अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार 2023 का ऐलान कर दिया गया है। इस साल अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में 2023 के स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार क्लाउडिया गोल्डिन को दिया गया है।…

गांधी जी को महात्मा, बापू, राष्ट्रपिता..किसने दी थी ये उपाधि? पढिए

देशभर में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती मनाई जा रही है। महात्मा गांधी ने अपनी पूरी जिंदगी अहिंसा को बढ़ावा दिया और लोगों से हमेशा अहिंसा…

कौन है जुगल किशोर पेटशाली, जिन्हें राजुला-मालूशाही की अमर प्रेमगाथा से मिली थी पहचान

कत्यूर वंश के राजकुमार मालूशाही और शौका वंश की कन्या राजुला की अमर प्रेमगाथा राजुला-मालूशाही को दुनिया तक पहुंचाने वाले कुमाऊं के वरिष्ठ रंगकर्मी,  लेखक, साहित्यकार जुगल किशोर पेटशाली को…

अभिनेता बलराज नेगी “घरजवैं” से बने थे गढ़वाली फिल्म के सुपरस्टार, जानें उनके बारे में सबकुछ

गढ़वाली सुपरहिट फिल्म ‘घरजवें’ के अभिनेता बलराज नेगी को यंग उत्तराखंड सिने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया है। साथ ही पद्मश्री लोकगायिका माधुरी बड़थ्वाल को गोपाल बाबू गोस्वामी…

जाने कौन है लोक संस्कृति के महान विभूति जगदीश ढौंडियाल, जिन्हें उपराष्ट्रपति ने किया सम्मानित

उत्तराखंड के चार महान विभूतियां को उपराष्ट्रपति द्वारा उत्तराखंड की विविध लोक सांस्कृतिक विधाओं पर निरंतर कार्य करने हेतु ’अमृत अवार्ड-2022’ संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित किया गया । जिसमें…

हिन्दी के कालिदास’ ने दिया हिंदी साहित्य को अनमोल कविताओं का समृद्ध खजाना

प्यारे समुद्र मैदान जिन्हें नित रहे उन्हें वही प्यारे  मुझको तो हिम से भरे हुए अपने पहाड़ ही प्यारे ये पंक्तियां है हिंदी के कालिदास के रूप में जाने जाने…

हिंदी कहानी के वास्तविक जनक चंद्रधर शर्मा गुलेरी, ”उसने कहा था” इस एक कहानी से हुए थे मशहूर

Pandit Chandradhar Sharma Guleri Puniyatithi 2023: हिंदी कथा साहित्य को एक नई दिशा देने वाले हिंदी कहानी के वास्तविक जनक पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी की आज पुण्‍यतिथि है। लेखक, पत्रकार, विमर्शकार,…

हिंदी साहित्य जगत में छायावाद के चार अग्रदूतों में एक थी आधुनिक युग की ‘मीरा’

मैं नीर भरी दुख की बदली परिचय इतना इतिहास यही उमड़ी कल थी मिट आज चली तो सहज भरोसा नहीं होता Mahadevi Verma death anniversary 2023: यह कहना कोई अतिशयोक्ति…

Jayanti: सादगी की प्रतिमूर्ति थे भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत

Govind Ballabh Pant Jayanti 2023 : सादगी के साथ जो लोग राजनीति के उंचे शिखर पर पहुंच जाते हैं, उन्हें लोग हमेशा याद रखते हैं। इसी सादगी की प्रतिमूर्ति थे…