UPSC Success Story : वो कहते है..ना.. परिंदों को तालीम नहीं दी जाती उड़ानों की, वो तो खुद ही छू लेते है बुलंदियां आसमानों की..’ ऐसी ही एक मिसाल यूपी के बुलन्दशहर की तहसील स्याना के छोटे से गांव रघुनाथपुर से देखने को मिली है।
पवन ने UPSC में हासिल की 239वी रैंक
ग़रीब किसान के बेटे पवन कुमार ने साबित कर दिया है कि जिनके हौसले बुलंद हों उनके सामने मुश्किलें भी अपने घुटने टेक देती हैं। मंगलवार को यूपीएससी 2024 का रिजल्ट घोषित हुआ। इसमें पवन कुमार ने 239 वी रैंक हासिल की है। पवन को तीसरे प्रयास में यह कामयाबी मिली है। उनकी इस सफलता के बाद परिवार के साथ पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
बेहद गरीबी में हुई परवरिश
पवन कुमार कच्चा मकान और पॉलीथिन के छप्पर में रहते हैं और बेहद गरीबी में हुई परवरिश के बाद पवन कुमार ने वो कर दिखाया जिससे क्षेत्रवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया।बता दें कि पवन कुमार के पिता एक किसान हैं,जबकि मां हाउस वाइफ हैं। मुकेश की कुल चार बहनें हैं। बड़ी बहन गोल्डी बीए की परीक्षा देकर एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती हैं, जबकि दूसरी बहन सृष्टि बीए की परीक्षा दे रही हैं। वहीं, सबसे छोटी बहन सोनिया 12वीं कीर पढ़ाई कर रही है।
दो साल की सेल्फ स्टडी से मिली सफलता
पवन कुमार बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे। पवन ने साल इंटरमीडिएट की पढ़ाई नवोदय विद्यालय से की है। इसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीए किया, फिर दिल्ली आकर यूपीएससी सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी। करीब दो साल तक कोचिंग की इसके बाद सेल्फ स्टडी करने लगे।
परिवार में खुशी का माहौल
पवन कुमार का कहना है कि तीसरे प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली है। इस कामयाबी में उन्हें माता-पिता का भरपूर सहयोग मिला। पिता मुकेश कुमार का कहना है कि उन्हें बेटे की कामयाबी पर बड़ा अच्छा लग रहा है। मां सुमन खुशी से फूले नहीं समा रही है। वहीं पवन की सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है ।
पवन का घर. इन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में में 239वीं रैंक पायी है.
मेहनती लोग अपना भविष्य ख़ुद लिखते हैं.❤️ pic.twitter.com/4yJeZ11tyy— Awanish Sharan 🇮🇳 (@AwanishSharan) April 16, 2024
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